साम्यवादी शासन के 70 साल पूरे होने पर चीन ने दिखाई सामरिक ताकत


there is no force that can shake the foundation of this great nation: jinping

 

चीन में साम्यवादी शासन के 70 साल पूरे होने का जश्न मनाया जा रहा है. इस मौके पर बढ़ती राजनीतिक और आर्थिक चुनौतियों के बीच भव्य परेड निकाली गयी जिसमें उसने परमाणु और हाइपरसोनिक मिसाइलों समेत अपने सबसे आधुनिक हथियारों का प्रदर्शन किया.

वर्षगांठ के आधिकारिक समारोह की शुरुआत 30 सितंबर को हो गई थी जब चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (सीपीसी) के संस्थापक माओ जेडोंग की संरक्षित रखी गई पार्थिव देह को श्रद्धांजलि दी. शी और अन्य शीर्ष चीनी अधिकारी यहां तियाननमेन चौक में स्थित माओ की समाधि पर गए और दिवंगत नेता की प्रतिमा के आगे तीन बार सिर झुकाया.

हालांकि इस दौरान हांगकांग में लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शनकारियों के आंदोलन की आशंका जताई जा रही है.

जश्न समारोह के मद्देनजर राजधानी बीजिंग लाल चीनी झंडों, फूलों की सजावट, लालटेन और राजनीतिक नारों से पटा हुआ है.

लोकतांत्रिक गणराज्य चीन की स्थापना की 70वीं वर्षगांठ मनाने के मौके पर बाद में लोगों को संबोधित करते हुए शी (66) ने पिछले 70 वर्ष में चीन के लोगों की उपलब्धियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि हजारों वर्षों तक चीन को अपनी गिरफ्त में रखने वाली समस्या गरीबी अब खत्म होने की कगार पर है.

उन्होंने कहा, ‘‘ चीन ने जबरदस्त बदलाव किया. वह डटा हुआ है, समृद्ध हो रहा है और मजबूत बन रहा है. वह कायाकल्प के उत्कृष्ट आयामों के साथ कदम से कदम मिला रहा है.’’

शी ने कहा कि सभी जोखिमों तथा चुनौतियों से निपटते हुए आगे बढ़ने तथा नयी सफलताएं हासिल करने के लिए एकता सबसे महत्वपूर्ण है.

उन्होंने कहा, ‘‘हमें शांति, विकास और सहयोग को ध्यान में रखते हुए शांतिपूर्ण विकास की राह पर बढ़ना होगा. मानवता के साझा भविष्य की खातिर एक समुदाय का निर्माण करने के लिए अन्य देशों के लोगों के साथ मिलकर काम करना होगा ताकि शांति और विकास की रौशनी पूरी दुनिया को रौशन करे.’’

चीनी राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘पिछले 70 वर्षों में बड़ी उपलब्धियां हासिल करने वाले चीनी लोग और चीनी राष्ट्र निश्चित तौर पर दो सदियों के लक्ष्यों और राष्ट्रीय कायाकल्प के चीनी सपने को साकार करने की अपनी यात्रा तक पहुंचने में राजदऔर अधिक खूबसूरत अध्याय जोड़ेंगे.’’

इस अवसर पर जश्न समारोह का मुख्य कार्यक्रम चीनी सेना की अब तक की सबसे बड़ी परेड रही.

अपने मुख्य हथियारों को छिपाकर रखने वाले चीन ने नई परमाणु और हाइपरसोनिक मिसाइलों का प्रदर्शन किया. इसे उसका शक्ति प्रदर्शन माना जा रहा है.

यह जश्न समारोह ऐसे समय में हो रहा है जब देश गंभीर राजनीतिक और आर्थिक चुनौतियों का सामना कर रहा है.

हांगकांग में चल रहे लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शनों की छाया में यह परेड हो रही है.

अधिकारियों ने चिंता जतायी कि मंगलवार को होने वाले हांगकांग का लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शन वैश्चिक सुर्खियां बटोर सकता है.

माओत्से तुंग ने एक अक्टूबर 1949 को चीनी जनवादी गणराज्य( पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना) की स्थापना की घोषणा की थी.

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कम्युनिस्ट पार्टी के पूर्व चेयरमैन माओत्से तुंग को श्रद्धांजलि दी.

सीएनएन की खबर के मुताबिक जिनपिंग ने तियानमेन चौक पर अपने भाषण में कहा कि कोई भी ताकत चीन को आगे बढ़ने से नहीं रोक सकती है.

उन्होंने कहा कि आज समाजवादी चीन दुनिया के सामने खड़ा है और कोई भी ताकत इस महान देश की नींव को हिला पाने में सक्षम नहीं है.


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