ब्रेग्जिट डील: प्रधानमंत्री टेरिजा मे ने की इस्तीफे की पेशकश


theresa may annonces to resign

 

ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टेरीजा मे ने कहा कि अगर ब्रेग्जिट समझौता तीसरे प्रयास में पास कर दिया जाता है, तो वह पद छोड़ देंगी. ब्रिटेन की संसद मे के ब्रेग्जिट संबंधी समझौते को पहले ही दो बार खारिज कर चुकी है. अब उम्मीद जताई जा रही है कि वह अपनी कंजर्वेटिव पार्टी के बागियों अपने पक्ष में करने के लिए आखिरी कोशिश कर रही हैं.

संभावना है कि सरकार व्यवस्थित ब्रेग्जिट सुनिश्चित करने के लिए आज तीसरी बार इस समझौते को पेश करेगी.

टेरीजा मे ने बुधवार को कंजर्वेटिव पार्टी के सांसदों के साथ बैठक में कहा कि अगर उनके प्लान को मंजूरी मिल जाती है तो वह पद छोड़ देंगी ताकि नया नेता भविष्य में यूरोपीय यूनियन के साथ नए रिश्ते की बातचीत कर सके.

उन्होंने अपने संबोधन में कहा, “मैंने संसदीय दल की मंशा को स्पष्टता से समझ लिया है. मैं जानती हूं कि ब्रेग्जिट वार्ता के दूसरे दौर में नए अप्रोच और नए नेतृत्व की इच्छा है और मैं इस रास्ते में नहीं आऊंगी.”

ईयू नेताओं ने कहा है कि अगर इस हफ्ते समझौता पारित हो जाता है तो ब्रिटेन 22 मई को ईयू छोड़ सकता है और ऐसा नहीं होने पर उसे बिना किसी समझौते के 12 अप्रैल को ईयू छोड़ना होगा. ब्रिटेन के सांसदों ने ब्रेग्जिट प्रक्रिया में बड़ी भूमिका निभाने के लिए सोमवार को मतदान किया था, जिससे उन्हें ब्रेग्जिट के विभिन्न विकल्पों के लिए अपनी प्राथमिकता जाहिर करने का अधिकार मिल गया.

सांसदों ने बुधवार को संसदीय कामकाज का नियंत्रण हासिल करने के लिए संपन्न मतदान में जीत हासिल कर ली थी. जिसके बाद सांसदों के पास अलग-अलग विकल्पों पर मतदान करने का मौका था. ब्रिटेन की संसद ने बुधवार को आठ प्रमुख प्रस्तावों पर वोट किया. सांसदों ने कस्टम यूनियन, लेबर ब्रेग्जिट प्लान, कॉमन मार्केट 2.0, नो डील एक्जिट जैसे प्रस्तावों पर वोट डाले. लेकिन इन प्रस्तावों में किसी पर भी पूर्ण बहुमत से सहमति नहीं बन सकी. हालांकि, अगर सांसदों को बहुमत मिल भी जाता तो भी सरकार उनके निर्देशों का पालन करने के लिए कानूनी रूप से बाध्य नहीं है.


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