प्रधानमंत्री के बयान के खिलाफ चुनाव आयोग पहुंची TMC
तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पार्टी नेताओं की खरीद-फरोख्त का आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज की है. पार्टी ने चुनाव आयोग से प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ आदर्श आचार संहिता उल्लंघन का आरोप लगाते हुए उम्मीदवारी रद्द करने की मांग की है.
टीएमसी ने चुनाव आयोग को लिखे पत्र में कहा, “प्रधानमंत्री आल इंडिया तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों की खरीद-फरोख्त और उनके बीजेपी में शामिल होने जैसे बयान देकर मतदाताओं का भटकाने का काम कर रहे हैं.”
टीएमसी ने आरोप लगाए कि प्रधानमंत्री ने झूठे बयान के आधार पर लोगों को अपने मुताबिक प्रभावित किया.
पत्र में कहा गया है कि चुनाव आयोग प्रधानमंत्री से उनके बयान के समर्थन में सबूत मांगे. आगे कहा गया है कि अगर प्रधानमंत्री अपने बयान के समर्थन में सबूत नहीं दे पाते हैं तो आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने के लिए चुनाव में उनकी उम्मीदवारी रद्द की जाए.
इससे पहले पार्टी ने प्रधानमंत्री के बयान को सिरे से खारिज करते हुए कहा था कि उनके साथ तो टीएमसी का पार्षद भी नहीं जाएगा. वहीं टीएमसी नेता डेरेक ओ ब्रायन ने ट्वीट में कहा, “एक्सपायरी बाबू पीएम यह साफ़ तौर पर समझ लें कि उनके साथ कोई नहीं जाएगा. यहां तक कि एक पार्षद भी नहीं. क्या आप चुनाव प्रचार कर रहे हैं या विधायकों की खरीद-फरोख्त! आपकी एक्सपायरी डेट अब क़रीब है. आज हम आपके ख़िलाफ़ चुनाव आयोग से शिकायत कर रहे हैं. साथ ही आप पर विधायकों की ख़रीद फरोख्त की कोशिश का आरोप भी लगा रहे हैं.”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पश्चिम बंगाल के सेरमपुर में रैली के दौरान दावा किया कि चुनाव के बाद टीएमसी के कई विधायक पार्टी छोड़ने वाले हैं. उन्होंने कहा था कि ‘‘तृणमूल के 40 विधायक मेरे सम्पर्क में हैं और बीजेपी के चुनाव जीत जाने पर आपके सभी विधायक आपको छोड़ देंगे. आपके पैर के नीचे से राजनीतिक जमीन खिसक गई है.’’