लोकसभा में ट्रांसजेंडर संरक्षण विधेयक पारित
लोकसभा में हंगामे के बीच ट्रांसजेंडरों से संबंधित एक महत्वपूर्ण विधेयक पारित कर दिया गया है. लोकसभा की कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित होने से पहले तीन बार स्थगित की गई. वहीं राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होने के महज पांच मिनट के भीतर ही स्थगित कर दी गई.
राफेल मामले में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से माफी की मांग और सिख विरोधी दंगे के मुद्दे पर बीजेपी ने सदन में नारेबाजी की. वहीं कांग्रेस ने जेपीसी की मांग उठाई. हंगामे के दौरान ही सदन में ‘मुस्लिम महिला विवाह अधिकार संरक्षण विधेयक 2018’ पेश किया गया जो इससे संबंधित अध्यादेश के स्थान पर लाया गया है.
दोपहर बाद दो बजे सदन की कार्यवाही शुरू होने पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री थावर चंद गहलोत ने ट्रांसजेंडर संरक्षण विधेयक चर्चा के लिए पेश किया. चर्चा के बाद विधेयक को ध्वनिमत से मंजूरी दे दी गई.
विधेयक में शिक्षा, रोजगार और स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में ट्रांसजेंडर व्यक्ति के खिलाफ भेदभाव पर रोक लगाने की बात कही गई है. इस विधेयक में ट्रांसजेंडर के खिलाफ नफरत भरे शब्दों का इस्तेमाल करने पर एक साल की सजा का प्रावधान किया गया है.
विधेयक पारित होने के बाद लोकसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी.