स्पीकर ने ब्रेग्जिट पर तीसरी बार मतदान कराने से इनकार किया
ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टेरेसा मे को ब्रेग्जिट समझौता को लेकर संसद की ओर से फिर से झटका लगा है. ‘हाउस ऑफ कॉमन्स’ के स्पीकर जॉन बर्को ने यूरोपीय संघ (ईयू) से अलग होने के समझौते पर तीसरी बार मतदान कराने की अनुमति नहीं दी. ब्रिटिश सांसद इससे पहले दो बार इस समझौते को खारिज कर चुके हैं.
स्पीकर बर्को ने प्रधानमंत्री टेरेसा की योजना खारिज करने के बाद अब प्रधानमंत्री अपनी कैबिनेट की बैठक बुलाएंगी. जिसमें ईयू से अलग होने को लेकर अगले कदम पर विचार किया जाएगा.
दरअसल, टेरेसा ब्रेग्जिट समझौते पर तीसरी बार मतदान कराने की तैयारी में थीं.
बर्को ने फैसला सुनाया कि अगर सरकारी प्रस्ताव ‘लगभग समान’ रहता है तो उस पर एक बार और मतदान की अनुमति नहीं दी जाएगी. ब्रेग्जिट प्रस्ताव को जनवरी और पिछले हफ्ता 230 और 149 वोटों के अंतर से गिराया जा चुका है.
उन्होंने कहा कि 1604 की संसदीय परंपरा के अनुसार, सांसदों से एक ही विषय पर दो बार मतदान के लिए नहीं कहा जा सकता. उन्होंने संकेत दिए कि दूसरी बार मतदान की अनुमति इसलिए दी थी, क्योंकि सरकार ने दावा किया था कि विवादित आयरिश उपबंध में कुछ बदलाव किया गया है. इस उपबंध में 29 मार्च को 28 सदस्यीय यूरोपीय संघ से ब्रिटेन के बाहर होने के लिए बेहतर समझौते का प्रस्ताव था.
दरअसल, ब्रिटेन को 29 मार्च को ईयू से बाहर होना है. ब्रिटेन सरकार ईयू से ब्रेग्जिट को थोड़ा टालने के लिए कह सकती है. लेकिन उसके लिए सभी 27 ईयू नेताओं को अपनी अनुमति देनी होगी.
प्रधानमंत्री टेरेसा यूरोपीय परिषद के शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए ब्रसेल्स रवाना होंगी. जहां ईयू नेता ब्रेग्जिट की समयसीमा 29 मार्च को आगे बढ़ाने के विषय पर विचार करेंगे.