दुनिया की सबसे गहरी जगह में पाया गया तेल खाने वाला बैक्टीरिया
धरती की सबसे गहरी जगह मेरियाना ट्रेंच में वैज्ञानिकों ने तेल खाने वाले बैक्टीरिया की खोज की है. इस खोज को महत्वपूर्ण माना जा रहा है. कहा जा रहा है कि ये बैक्टीरिया मानवीय चूक से समुद्र में फैले तेल को साफ करने में मददगार हो सकता है.
मेरियाना ट्रेंच पश्चिमी प्रशांत महासागर में स्थित है. इसकी गहराई लगभग 11,000 मीटर है. जो कि माउंट एवरेस्ट 8,848 मीटर की तुलना में अधिक है.
चीन के महासागर विश्वविद्यालय के जिओ-हुआ झांग कहते हैं, “समुद्र के सबसे गहरे हिस्से की तुलना में मंगल गृह के बारे में हमारा ज्ञान अधिक है.” झांग इस अध्ययन का नेतृत्व कर रहे थे.
इस पारिस्थितिक तंत्र में रहने वाले जीवों की खोज के लिए अभी तक बहुत कम अभियान चलाए गए हैं. इनमें से एक अभियान का आयोजन प्रसिद्ध समुद्री खोजकर्ता और अकादमी पुरस्कार विजेता फिल्म निर्देशक जेम्स कैमरन के नेतृत्व में किया गया था. जिन्होंने खाई में नमूने एकत्र करने के लिए एक विशेष पनडुब्बी बनाई थी.
यूके की ईस्ट एंगेलिया यूनिवर्सिटी के जोनॉथन टॉड ने कहा, “हमारी अनुसंधान टीम मेरियाना ट्रेंच के सबसे गहरे हिस्से में माइक्रोबियल आबादी के नमूनों को इकट्ठा करने के लिए लगभग 10,000,000 मीटर नीचे गई थी. हमने बाहर लाए गए नमूनों का अध्ययन किया. जिसमें हमने हाइड्रोकार्बन अपघटक बैक्टीरिया के एक नए समूह की पहचान की.”
टॉड ने बताया, “हाइड्रोकार्बन ऐसे ऑर्गेनिक कंपाउंड होते हैं जो केवल हाइड्रोजन और कार्बन अणुओं से मिलकर बने होते हैं. ये कई जगहों पर पाए जाते हैं. ये कच्चे तेल और गैस में भी पाए जाते हैं.”
टॉड ने बताया कि ये बैक्टीरिया मैक्सिको की खाड़ी में हुई तेल दुर्घटना जैसे किसी हालात में पानी में फैले तेल को साफ करने में सहायक साबित होंगे.