जलवायु परिवर्तन पर ट्रंप ने साधा निशाना, भारत प्रदूषित जबकि अमेरिका सुरक्षित


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डोनल्ड ट्रंप ने जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर एक बार फिर भारत को निशाने पर लेते हुए कहा है कि भारत, चीन और रूस की ओर से इस दिशा में गंभीर कदम नहीं उठाए गए हैं. ट्रंप का कहना है कि अमेरिका विश्व के सबसे सुरक्षित पर्यावरणों में से एक है.

हिंदुस्तान टाइम्स की खबर के मुताबिक ट्रंप की ये टिप्पणी तीन दिवसीय ब्रिटेन यात्रा के अंतिम दिन आई. आयरलैंड जाने से पहले वो यहां डी-डे की 75वीं सालगिरह पर पोर्ट्समाउथ में आयोजित कार्यक्रम के दौरान क्वीन एलिजाबेथ, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैन्युअल मैक्रों, जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो और अन्य नेताओं से मिले.

जयवायु परिवर्तन से निपटने के लिए पेरिस समझौते पर पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने हस्ताक्षर किए थे. लेकिन जून 2017 में ट्रंप ने इस समझौते को अमेरिकी अर्थव्यवस्था के लिए खराब करार देते हुए अलग होने की घोषणा कर दी थी, जिसके बाद जलवायु संरक्षण मामले में एक बड़ा प्रश्नचिन्ह लग गया था.

समझौते से अलग होने के बाद से ही ट्रंप भारत पर पर्यावरण को नजरअंदाज करने का आरोप लगाते रहे हैं.

इस विषय में उन्होंने यहां प्रिंस चार्ल्स से भी चर्चा की. ट्रंप के मुताबिक प्रिंस के इस विषय में दिए गए सुझावों पर अमेरिका का बचाव करते हुए उन्होंने यूएस की ओर से जलवायु परिवर्तन की दिशा में ठोस कदम उठाने की बात कही. ये बात उन्होंने एक टीवी इंटरव्यू के दौरान कही.

ट्रंप ने कहा, “सभी आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका सबसे स्वच्छ पर्यावरणों में से एक है और ये लगातार बेहतर हो रहा है क्योंकि मैं पूरी तरह से स्वच्छ और स्वस्थ्य पानी की अवधारणा में विश्वास रखता हूं.”

“चीन, रूस और भारत अपनी जिम्मेदारियां पूरी नहीं कर रहे हैं. यहां हवा, पानी साफ नहीं है. प्रदूषण बढ़ रहा है, बहुत से शहरों की स्थितियां बेहद खराब हैं, जहां सांस लेना भी मुश्किल है.”

बर्किंघम पैलेस के बाहर ट्रंप के खिलाफ भारी विरोध प्रदर्शनों के बीच पर्यावरण के मुद्दे पर प्रधानमंत्री टेरिजा मे और ट्रंप के बीच भी मुलाकात हुई. डी-डे के मौके पर पोर्ट्समाउथ में भारी विरोध प्रर्दशन देखे गए लेकिन सुरक्षा कारणों के चलते ये ज्यादा देर तक नहीं चल सके.

इससे पहले 250 शिक्षाविदों ने एक संयुक्त पत्र पर हस्ताक्षर करते हुए कहा था कि ग्लोबल वार्मिंग के विषय पर ट्रंप के कदम पीछे खींच लेने से लाखों लोगों की जिंदगी और आमदनी दांव पर लगी है.

लंदन में ट्रंप विरोधी रैली को संबोधित करने वाले लेबर पार्टी के नेता जेरेमी कोर्बिन ने डी-डे कार्यक्रम के दौरान ट्रंप से पर्यावरण समेत अन्य मामलों मे चर्चा की इच्छा जाहिर की थी. जिसके बाद ट्रंप ने खुलासा किया था कि उन्होंने जेरेमी कॉर्बिन के मिलने के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है.

दरअसल, इससे पहले कॉर्बिन ने ब्रिटेन की रानी द्वारा डोनल्ड ट्रंप के लिए आयोजित राजकीय यात्रा का विरोध किया था और डिनर पार्टी में भी जाने से मना कर दिया था.


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