अमेरिका ने नीदरलैंड को 2-0 से हराकर महिला विश्व कप का खिताब जीता


US women soccer team demands equal pay and gender equality

 

लियोन में खेले जा रहे फीफा महिला विश्व कप के फाइनल मैच में अमेरिका ने नीदरलैंड को 2-0 से हराकर चौथी बार विश्व कप अपने नाम कर लिया है.

मैच के पहले हाफ में कोई गोल नहीं हो सका.

उप कैप्टन मेगन रेपिनो ने 61वें मिनट में गोल कर अमेरिका को बढ़त दिलाई.  इसके बाद मैच के 69 वें मिनट में मिड फिल्डर रोज लावेले ने अमेरिका के लिए दूसरा गोल किया.

पहला हाफ गोल रहित रहने के बाद अमेरिका ने दूसरे हाफ में आठ मिनट के भीतर दो गोलकर ट्रॉफी पर कब्जा किया.

अमेरिका लगातार दूसरी बार यह खिताब जीतने वाली जर्मनी (2003-2007) के बाद दूसरी टीम बनी है. अमेरिकी कप्तान मेगन रेपिनो लगातार तीन विश्व कप फाइनल खेलने वाली पहली खिलाड़ी हैं.

अमेरिका की महिला फुटबॉल टीम साल 1991, 1999 और 2015 में विश्व कप जीत चुकी है.

महिला फुटबॉल विश्व कप के फाइनल मुकाबले के खास मौके पर गूगल ने डूडल बनाया था. एक महीने तक चले मैच में 24 देशों की टीमों के बीच कड़ा मुकाबला हुआ.

इस टूर्नामेंट में अमेरिकी टीम ने शानदार प्रदर्शन किया है. थाइलैंड के साथ हुए पहले मैच में ही उसने 13-0 से जीत दर्ज करते हुए जबरदस्त आगाज किया था.

अगर इस दौरान किसी ने अमेरिकी चरित्र का प्रदर्शन किया तो वो मेगन ही थी.

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28 जून को पेरिस में खेले जा रहे फीफा महिला फुटबॉल विश्व कप में मेगन रापिनोई ने मैच के पांचवें और 65वें मिनट में फ्रांस के खिलाफ गोल करके अमेरिका को सेमीफाइनल में पहुंचाया. वह अमेरिका की होनहार खिलाड़ी हैं. इससे पहले 24 जून को स्पेन के खिलाफ उन्होंने दो गोल की बदौलत अमेरिका को क्वार्टर फाइनल में जगह दिलाई.

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राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप की आलोचक रही अमेरिकी महिला फुटबॉल टीम की उप कप्तान मेगन रापिनोए ने ट्रंप के साथ हुए हालिया मतभेद के बाद अब डेमोक्रेट नेता और हाउस की सदस्य अलेकसैन्ड्रिया ओकैसियो कोर्टेज के आमंत्रण को स्वीकार किया है.

तीन बार फीफा महिला विश्व कप का खिताब जीत चुकी अमेरिकी महिला फुटबॉल टीम में पांच एलजीटीबी खिलाड़ी हैं.

टीम के दो स्टार खिलाड़ी अली क्रेगर और ऐश्लिन हैरिस एक-दूसरे के साथ रिश्ते में हैं. वहीं टीम की कोच जिलियन इलिस ने सार्वजनिक रूप से स्वीकारा है कि वो लेस्बियन हैं.

एलजीटीबी स्पोर्ट्स वेबसाइट ‘आउटस्पोर्ट्स’ के मुताबिक इस बार 40 लेस्बियन और बाईसेक्सुअल खिलाड़ी फीफा महिला विश्व कप का हिस्सा रहे. पिछली बार 2015 में 20 एलजीटीबी खिलाड़ियों ने टूर्नामेंट में हिस्सा लिया था.


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