यूपी पुलिस ने माना, बिजनौर में युवक पर “आत्मरक्षा” में चलाई गोली


uttar pradesh police admit youth killed when police fired in self defence

 

बिजनौर में लोगों पर गोली चलाने से इनकार कर रही यूपी सरकार ने पहली बार माना कि बिजनौर में पुलिस ने अपनी ‘आत्मरक्षा’ में गोली चलाई. द इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक वरिष्ठ अधिकारियों ने स्वीकारा कि बिजनौर में कॉन्सटेबल मोहित कुमार ने ‘अपनी रक्षा करने’ के लिए मोहम्मद सुलेमान नामक 20 वर्षीय युवक पर गोली चलाई.

बिजनौर के एसपी संजीव त्यागी ने कहा कि ‘सुलेमान के शरीर से एक कारतूस मिला है. बैलिस्टिक रिपोर्ट में पुष्टि हुई कि गोली मोहित कुमार की सर्विस पिस्टल से चली. मोहित कुमार को भी एक गोली लगी. मोहित के पेट से निकली गोली किसी देशी बंदूक से चलाई गई.’

मोहित बिजनौर पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप का हिस्सा है. डाक्टरों ने बताया कि उसकी हालत गंभीर थी. फिलहाल बिजनौर के एक निजी अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है.

सुलेमान ग्रैजुएशन थर्ड ईयर का छात्र था और नोएडा में एक परिजन से पास रहता था. खराब तबियत के चलते वो बिजनौर के पास नहटौर स्थित अपने घर आया हुआ था.

शुक्रवार को इलाके में हिंसा में 26 लोग और 20 पुलिसकर्मी घायल हो गए. इस हिंसा में सुलेमान और एक अन्य 21 वर्षीय युवक अनास की मौत हो गई, वहीं मोहित समेत चार पुलिस कर्मियों को घटना में गोली लगी.

नहटौर थाना ने शुक्रवार को हुई घटना में तीन एफआईआर दर्ज की जिसमें 35 लोगों को नामजद किया है.

घटना के ब्यौरे में बिजनौर पुलिस के कहा कि भीड़ ने सब इंस्पेक्टर आशीष की बंदूक छीन ली, जिसके बाद मोहित और अन्य पुलिस अधिकारियों ने भीड़ का पीछा किया. त्यागी ने कहा कि ‘जब मोहित सुलेमान के पास पहुंचा तो सुलेमान ने उस पर देशी बंदूक से फायर किया जो मोहित के पेट में जाकर लगी. मोहित ने भी जवाबी कार्रवाई में अपनी सर्विस पिस्टल से फायर किया जो सुलेमान के पेट में लगी.’

अखबार लिखता है कि पुलिस को सुलेमान के पास कोई बंदूक नहीं मिली और ना ही आशीष की पिस्टल का पुलिस अब तक पता लगा पाई है.

सुलेमान के परिवार का कहना है कि वो मस्जिद से नमाज पढ़कर लौट रहा था जब पुलिस ने उसे बीच रास्ते से हिरासत में ले लिया. इसके बाद पुलिस उसे एक मस्जिद के पास वाली गली में ले गई और गोली मार दी. परिवार ने कहा कि जब वो मौके पर पहुंचे तो उन्हें लाश नहीं दी गई, पुलिस सुलेमान का शरीर पोस्ट मॉर्टम के लिए बिजनौर ले गई. वो इसके बाद बिजनौर पहुंचे जहां उन्हें यह कहते हुए वापस कर दिया गया कि वो कल सुबह 11 बजे आएं.

सुलेमान के बड़े भाई सोएब मलिक ने कहा कि उसने सोमवार को एसपी संजीव त्यागी और आईजी रमित शर्मा को फैक्स कर अपने भाई की हत्या के मामले में एफआईआर दर्ज करने की मांग की. जबकि संजीव त्यागी ने कहा कि ‘उन्हें शिकायत नहीं मिली है. अगर परिवार मांग करता है तो हम न्यायिक तरीके से इसकी जांच करेंगे.’


ताज़ा ख़बरें