वेनेजुएला संकट: अमेरिकी मदद को लेकर खींचतान
वेनेजुएला में राजनीतिक संकट के बीच अमेरिकी मदद को लेकर रस्साकशी जारी है. अमेरिका ने भारी मात्रा में सहायता सामग्री कोलंबिया में उतार दी है. लेकिन वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो के इनकार की वजह से ये वेनेजुएला तक नहीं पहुंच रही है.
बीते शनिवार को भी अमेरिका ने वेनेजुएला सीमा के करीब स्थित कोलंबियन शहरों में सहायता सामग्री उतारी. अमेरिकन वायु सेना के दो सी-17 विमान सामान ले जाने के लिए फ्लोरिडा हवाई अड्डे पर तैयार खड़े हैं. लेकिन मादुरो समर्थक सेना ने सीमा को ब्लॉक कर रखा है.
उधर विपक्षी नेता जान गोइदो ने घोषणा की है कि वह खुद स्वयंसेवकों के साथ मिलकर राहत सामग्री लाने सीमा पर जाएंगे. इसके समर्थन में उन्होंने देशव्यापी अभियान चलाने की बात कही है .
जान गोइदो वेनेजुएला में
मुख्य विपक्षी नेता हैं. वेनेजुएला में तब से राजनीतिक अवरोध पैदा हो गया, जब गोइदो
ने खुद को अंतरिम राष्ट्रपति घोषित कर दिया. गोइदो को अमेरिकी समर्थन भी मिला हुआ
है.
वेनेजुएला
सीमा के नजदीकी शहर इस समय प्रवासियों से भरे पड़े हैं. इन्हीं शहरों को अमेरिका
से आई राहत सामग्री इकट्ठा करने के लिए कलेक्शन पॉइंट बनाया गया है.
अमेरिकी
सहायता को संभाल रहे मार्क ग्रीन ने कहा, “ये पहली या आखिरी मदद
नहीं है, अभी और मदद आनी है जो कि इंतजार में है.”
एक तरफ गोइदो और अमेरिका इस
मदद को वेनेजुएला के लिए जरूरी बता रहे हैं. दूसरी तरफ मादुरो इसे स्वीकार करने को
तैयार नहीं हैं.
लेस्टोर टोलेडो वेनेजुएला
के निष्कासित राजनेता हैं, जो इस समय अमेरिकी राहत सामग्री को लाने में सहायता कर
रहे हैं. टोलेडो कहते हैं, “हम इन विमानों
से जानें बचा रहे हैं.”
दूसरी ओर मादुरो ने सेना की
मदद से सीमा को ब्लॉक कर रखा है. सेना अब तक मादुरो के समर्थन में खड़ी है. मादुरो
वेनेजुएला के संकट के पीछे अमेरिका को जिम्मेदार बताते हैं.
हाल ही में मीडिया से बात
करते हुए मादुरो ने कहा, “वो हमारे लोगों को मार रहे
हैं, हमारी संपदाएं चुरा रहे हैं और हमें कुछ टुकड़े देकर दुनिया भर में उसका दिखावा
कर रहे हैं.”
उन्होंने
कहा, “हम अपने आत्मसम्मान के साथ दिखावे को ना कहते हैं. जो
वेनेजुएला की मदद करना चाहता है, हम उसका स्वागत करते हैं, लेकिन अपनी
जरूरतें पूरी करने के लिए हमारे पास पर्याप्त क्षमता है.”
अमेरिका
और उसकी सहयोगी देशों ने मादुरो शासन पर तमाम तरह के प्रतिबंध लगा दिए हैं, जिसके
चलते उनकों जरूरत की चीजें खरीदने में मुश्किलें हो रही हैं.
अमेरिका
स्थित वेनेजुएला की संपत्तियों को गोइदो को सौंप दिया गया है. मादुरों के सभी तरह
के वित्तीय लेनदेन पर रोक लगा दी गई है. जिसके चलते भी मादुरो शासन को और ज्यादा
मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.