कोच चुनने में विराट कोहली की नहीं होगी कोई भूमिका


virat kohli say will not be considered for selection of new coach

 

भारतीय क्रिकेट टीम के लिए मुख्य कोच चुनने की प्रक्रिया में कप्तान विराट कोहली की कोई भूमिका नहीं होगी. वरिष्ठ बीसीसीआई अधिकारी के हवाले से इंडियन एक्सप्रेस ने लिखा है कि प्रमुख कोच के नाम पर अंतिम फैसला सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त प्रशासनिक समिति (सीओए) करेगी जिसकी अध्यक्षता पूर्व कप्तान कपिल देव कर रहे हैं.

नाम ना बताने की शर्त पर अधिकारी ने अखबार को बताया कि “पिछली बार कप्तान कोहली ने निजी स्तर पर और टीम की ओर से पूर्व कोच अनिल कुंबले साथ काम करने में मुश्किलें आने की बात कही थी. अब नई प्रक्रिया में कोहली की कोई भूमिका नहीं होगी. इस बार कपिल देव चयन समिति का हिस्सा हैं और वो कोहली की बात नहीं सुनेंगे.”

इसके अलावा बीसीसीआई ने फैसला किया है कि कोच के सहयोगी स्टाफ का चुनाव भी चयन समिति ही करेगी.

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अधिकारी ने बताया, “सहयोगी स्टाफ ने नाम पर फैसला चयन समिति की ओर से लिया जाएगा. अमूमन देखा जाता है और पिछली बार भी देखा गया था कि सहयोगी स्टाफ का फैसला प्रमुख कोच करते हैं. इस बार अगर सहयोगी स्टाफ की नियुक्ति से पहले प्रमुख कोच का चुनाव हो जाता है तो वो प्रक्रिया का हिस्सा रह सकते हैं.”

2017 चैंपियंस ट्रोफी के बाद कुंबले ने प्रमुख कोच के पद से इस्तीफा दे दिया था. उनके इस्तीफे से पहले कप्तान कोहली ने कुंबले के ‘तरीके’ से काम ना करने पाने की बात कही थी. इसके बाद प्रमुख कोच के रूप में रवि शास्त्री टीम में आए थे. प्रमुख कोच के पद पर शास्त्री का कॉन्ट्रैक्ट 2019 विश्व कप था.

3 अगस्त से शुरू हो रहे वेस्टइंडीज दौरे को देखते हुए सीओए की ओर से कोचिंग स्टाफ का कार्यकाल 45 दिनों के लिए बढ़ाया गया है.

खबर है कि बीसीसीआई 15 सितंबर से भारत में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शुरू हो रही सीरीज से पहले नए कोच की नियुक्ति कर सकती है. शास्त्री समेत अन्य कोचिंग स्टाफ- सहायक कोच संजय बांगड़, बॉलिंग कोच भरत अरुण और फील्डिंग कोच आर श्रीधर नए स्टाफ चयन प्रक्रिया के लिए पहले ही नामित होंगे, हालांकि फिर भी उन्हें एक बार अर्जी देनी होगी.


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