तालचर कोलफील्ड में लगातार छठे दिन ठप रहा कामकाज
ओडिशा के अंगुल जिले में स्थित तालचर कोलफील्ड का काम छठे दिन भी ठप रहा. खुदाई के दौरान भरतपुर खदान में 23 जुलाई को हुई दुर्घटना में चार मजदूरों की मौत हो गई थी. जिसके बाद मजदूरों ने कामकाज रोक दिया. एमसीएल प्रवक्ता ने कहा कि विरोध -प्रदर्शन के कारण तालचर कोयला खदान के सभी खानों में कोयला उत्पादन रुक गया है.
महानदी कोलफील्ड्स लिमिटेड (एमसीएल) की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि अंगुल जिले में स्थित उसके तालचर कोलफील्ड में काम 28 जुलाई को लगातार छठे दिन रुका रहा. इससे देश में बिजलीघरों को कोयले की आपूर्ति प्रभावित हो रही है.
एमसीएल के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि भरतपुर ओपन कास्ट परियोजना में दुर्घटना के कारण तालचर कोलफील्ड में काम 24 जुलाई से ठप है.
इस कोयला क्षेत्र से प्रतिदिन औसतन 2.1 लाख टन कोयला उत्पादन होता है.
भरतपुर खदान में 23 जुलाई की रात दुर्घटना में चार कर्मियों की मौत हो गई जबकि नौ अन्य जख्मी हो गए. उसके बाद राजनीतिक दलों ने कंपनी पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया. प्रदर्शनकारी प्रत्येक मृतक के परिवार को 50-50 लाख रुपये देने की मांग कर रहे हैं.
कामकाज ठप होने से कंपनी को पिछले पांच दिनों में 85.68 करोड़ रुपये का नुकसान का अनुमान है. वहीं, राज्य और केंद्रीय खजाने को इससे 55.46 करोड़ रुपये के नुकसान की आशंका है.
अधिकारी ने कहा कि तालचर में काम ठप होने से 133.94 करोड़ यूनिट बिजली उत्पादन के नुकसान का अनुमान है.