बेरोजगारी की वजह से युवा बन रहे हैं उग्रवादी : हेमंत बिस्वा
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असम के एक वरिष्ठ मंत्री ने कहा कि युवा रोजगार के अवसरों की कमी के कारण उल्फा (आई) जैसे उग्रवादी संगठनों में शामिल हो रहे हैं. उन्होनें यह भी कहा कि इसके पीछे नागरिकता संशोधन विधेयक (एनआरसी) 2016 के विरोध की की वजह नहीं हैं.
एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए असम के वित्त मंत्री हेमंत बिस्व सरमा ने यह बात कही. उन्होनें राज्य के युवाओं को उल्फा (आई) में शामिल होने के लिए उकसाने वालो को इससे बाज आने को कहा है.
मीडिया पर आरोप लगाते हुए उनका कहना था कि वे यह अभियान चला रहे हैं कि युवा एनआरसी के कारण प्रतिबंधित संगठन में शामिल हो रहे हैं.
उन्होंने सवाल करते हुए कहा, “मान लीजिए कि हम कहते हैं कि विधेयक गिरा दिया जाएगा, तो क्या लड़के मुख्यधारा में वापस आ जायेंगे ? मान लीजिए कि मैं गारंटी देता हूं कि विधेयक गिरा दिया जाएगा, तो क्या उल्फा (आई) का ‘कमांडर-इन-चीफ’ परेश बरुआ मुख्यधारा में वापस आ जाएगा? उल्फा (आई) और एनआरसी में परस्पर कोई संबंध नहीं है.”
उन्होंने कहा कि रोजगार में इसकी जड़े हैं अगर युवाओं को रोजगार दिया जाता है तो वे उल्फा आई का रूख नहीं करेंगे