जी समूह बेच सकता है सोनी कॉरपोरेशन को अपनी हिस्सेदारी
जापान की इलेक्ट्रॉनिक और एंटरटेनमेंट कंपनी सोनी कॉरपोरेशन सुभाष चंद्रा की कंपनी जी एंटरटेनमेंट इंटरप्राइजेज लिमिटेड (जेडईईएल) की हिस्सेदारी खरीद सकती है. दोनों कंपनियों की बातचीत अंतिम चरण में है.
जी के चेयरमैन सुभाष चंद्रा कंपनी के कर्ज को कम करने के लिए 20-25 फीसदी शेयर बेचना चाहते हैं. कंपनी हाल के दिनों में फंड पाने के लिए संघर्ष कर रही है.
शेयर बेचने से 13 हजार करोड़ रुपये मिलेंगे, जिससे प्रोमोटर का कर्ज चुकाया जाएगा.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बातचीत अब मूल्यांकन के चरण में पहुंच चुकी है. सुभाष चंद्रा ज्यादातर स्टेक जी समूह के पास रखना चाहते हैं. जी समूह में 41.62 फीसदी हिस्सेदारी एस्सेल समूह के पास है.
मिंट ने सूत्रों के हवाले से कहा है, “वह चाहते हैं कि कम से कम 20 फीसदी शेयर कंपनी के पास रहे. जी समूह के पास करीब 9400 लाख शेयर हैं. अगर 650 रुपये से अधिक के 19 फीसदी शेयरों को भी बेचा जाए तो 13,000 करोड़ से अधिक की रकम उन्हें मिलेगी, यह कंपनी को संभालने के लिए काफी होगा.”
13 मार्च को जेडईईएल के शेयर के दामों में 3.35 फीसदी की कमी हुई और इस तरह इसके एक शेयर का दाम 448.10 रुपये रहा.
फिलहाल जी के पास 171 देशों में 66 टेलीविजन चैनल हैं. इस खरीददारी से सोनी को अपना कारोबार बढ़ाने में मदद मिलेगी.
जी5 देश का प्रमुख ऑनलाईन प्लेटफार्म ऑनलाइन वीडियो स्ट्रीमिंग ऐप है. इसमें हिस्सेदारी मिलने के बाद सोनी लाइव के डिजिटल प्लेटफार्म को नए दर्शक मिलने की संभावना बढ़ जाएगी.
सुभाष चंद्रा सोनी समूह को हिस्सेदारी बेचने के लिए लगातार बातचीत कर रहे हैं. आने वाले दिनों में तस्वीर साफ हो सकती है. प्रोमोटर के कर्ज को चुकाने के लिए अंतिम तिथि की घोषणा जल्द ही की जा सकती है.
जी के प्रवक्ता ने कहा है कि इस मामले में अभी कुछ भी नहीं कहा जा सकता है. प्रवक्ता ने कहा, “जीईईएल की हिस्सेदारी को बेचने की प्रक्रिया जारी है… गोपनीयता समझौते के तहत कोई भी अतिरिक्त बातें नहीं कही जा सकती हैं.”
सुभाष चंद्रा बीजेपी के कोटे से राज्यसभा सांसद भी हैं.