चुनाव आयोग विवाद: अशोक लवासा के पत्र के जवाब में सामने आए मुख्य चुनाव आयुक्त


Chief Election Commissioner Sunil Arora issues statement on EC Ashok Lavasa's purported letter

 

मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा है कि चुनाव आयोग के तीनों सदस्य एक-दूसरे के ‘क्लोन’ नहीं हो सकते. चुनाव आयोग की ओर से ये टिप्पणी तब सामने आई है, जबकि आयोग के तीन सदस्यों में से एक अशोक लवासा ने आयोग की बैठकों में शामिल होने से इनकार कर दिया है.

चुनाव आयुक्त अशोक लवासा ने मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा को पत्र लिखकर अपनी चिंता जाहिर की थी. उन्होंने अपने पत्र में कहा था कि जब तक अल्पमत के फैसले को संज्ञान में नहीं लिया जाएगा वो आयोग की किसी बैठक में शामिल नहीं होंगे.

अशोक लवासा को लेकर मीडिया में चल रही खबरों पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त ने इसे बेतुका और बेकार बताया है. अपनी टिप्पणी में उन्होंने कहा कि अब जबकि चुनाव का अंतिम चरण शेष रह गया है, तो जरूरत है कि देश के सभी हिस्सों से आयोग की टीमें एक साथ मिलकर काम को अंजाम दें.

उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग के हेडक्वार्टर में सभी उच्च अधिकारी अभी तक हुए सभी चरणों में मिलकर पूरी शक्ति से काम करते आ रहे हैं. सुनील अरोड़ा ने कहा “आयोग के तीनों सदस्यों में से कोई अन्य का स्थान नहीं ले सकता है या कोई एक दूसरे का क्लोन नहीं बन सकता.”

उन्होंने कहा, “ऐसा पहले भी कई बार हो चुका है जब आयोग के सदस्यों के बीच भारी मतभेद रहा है. ऐसा होता है और होना भी चाहिए, लेकिन ये सिर्फ आयोग के कार्यालय तक सीमित रहना चाहिए.”

सुनील अरोड़ा ने कहा कि हमें गलत समय पर होने वाले विवादों से बचकर रहना चाहिए. उन्होंने कहा कि पिछली बैठक में निर्णय लिया गया था कि इस चुनाव के दौरान सामने आए मुद्दों से निपटने के लिए कुछ समूहों का गठन किया जाएगा, जैसा कि हमने पिछले लोकसभा चुनाव के बाद भी किया था.


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