डूसू चुनाव में तीन पदों पर एबीवीपी का कब्जा, एक सीट एनएसयूआई के खाते में
दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) चुनाव में चार में से तीन पदों पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद(एबीवीपी) और एक सीट पर एनएसयूआई को जीत मिली है. एबीवीपी बीजेपी का छात्र विंग है.
एबीवीपी के अक्षित दहिया को अध्यक्ष, प्रदीप तनवर को उपाध्यक्ष और शिवांगी खरवाल को सह सचिव पद पर जीत मिली जबकि एनएसयूआई के एकमात्र विजयी उम्मीदवार आकाश चौधरी डूसू के सचिव बने हैं.
वोटो की गिनती करीब दो घंटे की देरी से शुरू हुई. पहले वोटों की गिनती साढ़े आठ बजे सुबह से होना था.
एक अधिकारी ने बताया कि दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ (डूसू) चुनाव के लिए मतगणना सुबह साढ़े आठ बजे शुरू होनी थी लेकिन उम्मीदवारों के देर से आने के कारण यह करीब दो घंटे की देर से शुरू हुई.
इस साल 39.90 फीसदी वोटिंग हुई जबकि पिछले साल 44.46 फीसदी छात्रों ने मतदान किया था.
जिन स्क्रीन्स पर लाइव मतगणना दिखाई जा रही थी उसमें तकनीकी खामी आ गई जिसके बाद उम्मीदवारों ने उसे ठीक करने की मांग की. एक स्क्रीन के शुरू होने के बाद मतगणना करीब साढ़े दस बजे शुरू हुई. शुरुआत में केवल एक ईवीएम के मतों की गिनती की गई लेकिन बाद में सभी स्क्रीन काम करने लगे और फिर चार इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों पर मतगणना शुरू हुई.
ईवीएम में गड़बड़ी के आरोपों के बीच डूसू के चार पदों के लिए मतदान हुआ. इस चुनाव में चार महिलाओं समेत 16 उम्मीदवार मुकाबले में थे. चुनाव में 52 मतदान केंद्र बनाए गए थे.
चुनाव में 1.3 लाख से अधिक छात्र मतदान के पात्र थे. छात्र संघ चुनावों के लिए 144 ईवीएम का इस्तेमाल किया गया और कॉलेज यूनियन चुनावों के लिए 137 ईवीएम का इस्तेमाल किया गया.