किसान नेता राजू शेट्टी ईवीएम विरोधी पैदल मार्च में लेंगे हिस्सा
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स्वाभिमानी शेतकारी संगठन के प्रमुख और किसान नेता राजू शेट्टी ईवीएम के विरोध में होने जा रही पद यात्रा में हिस्सा लेंगे. ईवीएम के विरोध में कुछ संगठन आगामी नौ अगस्त को पद यात्रा निकालने जा रहे हैं. ये यात्रा भारत छोड़ो आंदोलन की वर्षगांठ पर होने जा रही है.
ये पद यात्रा मुंबई के आजाद मैदान से लेकर चैत्य भूमि के बीच होगी. यात्रा में भाग लेने जा रहे शेट्टी ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि इस यात्रा से ईवीएम के विरोध में और अधिक लोग एवं राजनीतिक दल जुड़ेंगे.
किसान नेता ने कहा, “ये सुनिश्चित करने के लिए कि ये यात्रा लोकसभा चुनाव हारे उम्मीदवारों का विरोध प्रदर्शन ना बन जाए इसके लिए लोगों की हिस्सेदारी बहुत महत्वपूर्ण है. इसके बाद स्वाभिमानी पक्ष के कार्यकर्ता पूरे महाराष्ट्र की पंचायतों में ईवीएम की जगह बैलेट पेपर की वापसी के लिए एक संकल्प पास करेंगे.”
शेट्टी ने कहा कि चुनाव के बाद मतदाताओं के बीच ये संदेह पैदा हो गया है कि उनका वोट उनके पसंदीदा उम्मीदवार को नहीं गया है. शेट्टी बोले, “चुनाव आयोग का कर्तव्य है कि वो चुनाव प्रक्रिया में लोगों का भरोसा बनाए रखे, लेकिन वो ऐसा करने में असफल रहा है.”
राजू शेट्टी दो बार लोकसभा सदस्य रह चुके हैं, लेकिन इस बार वे शिवसेना के उम्मीदवार से चुनाव हार गए थे.
उन्होंने बीते चुनाव पर बात करते हुए कहा, “लोकसभा चुनाव में 370 से अधिक सीटों पर ईवीएम में पड़े वोट और उसके बाद हुई उनकी गिनती में अंतर था. मेरे निर्वाचन क्षेत्र में भी 459 वोट का अंतर था. चुनाव आयोग से शिकायत करने के बावजूद मैंने कभी संतोषजनक जवाब नहीं पाया.”
राजू शेट्टी ने पश्चिमी देशों का उदाहरण देते हुए कहा कि जर्मनी जैसे कई पश्चिमी देशों में ईवीएम से असंतुष्टि के चलते इसके प्रयोग को बंद कर दिया गया है.
इस महीने की शुरुआत में दिल्ली से ईवीएम विरोधी राष्ट्रीय जनमंच के बैनर तले सामाजिक कार्यकर्ताओं और संगठनों ने देशव्यापी आंदोलन की बात कही थी. ये प्रदर्शनकारी ईवीएम भारत छोड़ो, बैलेट पर वापस आओ, लोकतंत्र बचाओ के नारों के साथ ईवीएम के प्रयोग का विरोध करने वाले हैं.
इस प्रदर्शन के आयोजकों ने मुंबई में 30 जुलाई को सभी पार्टियों के प्रतिनिधियों की एक बैठक भी बुलाई है.