महाराष्ट्र: अंतरजातीय विवाह करने वाले जोड़े को परिवार ने जिंदा जलाया
महाराष्ट्र में अहमदनगर जिले के निघोज गांव में एक नवविवाहित जोड़े को अपने अंतरजातीय विवाह की भारी कीमत चुकानी पड़ी.
स्थानीय पुलिस के अनुसार, बीती एक मई को 23 वर्षीय मंगेश रणसिंह और उनकी 19 वर्षीय पत्नी रुक्मिणी पर रुक्मिणी के पिता ने मिट्टी का तेल डालकर आग के हवाले कर दिया जिसमें रुक्मिणी की मौत हो गई और मंगेश गंभीर रूप से घायल हो गया.
पुलिस लड़की के पिता की तलाश कर रही है, जो घटना के बाद से फरार है.
पुलिस के अनुसार, मंगेश और रुक्मिणी के परिवार वाले उनके अंतरजातीय विवाह के खिलाफ थे. इससे नाराज होकर लड़की के पिता ने बेटी और दामाद पर मिट्टी का तेल छिड़ककर उन्हें जला डाला.
पुलिस का यह भी कहना है कि लड़की के पिता ने अपने दो भाइयों की मदद से इस घटना को अंजाम दिया. पुलिस ने पिता की पहचान रमा भारतीय के रूप में की है, जो दिहाड़ी मजदूर है. पुलिस ने तीनों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 302(हत्या) और धारा 307(हत्या की कोशिश) के तहत मामला दर्ज किया है.
इस मामले की जांच कर रहे अधिकारी विजय कुमार बोतरे ने बताया कि मंगेश दिहाड़ी मजदूर है. वह लोहार जाति का था जबकि रुक्मिणी पासी जाति से थी.
पुलिस की जानकारी के अनुसार, यह हादसा रुक्मिणी के पिता के घर पर हुआ. मंगेश अपनी पत्नी रुक्मिणी को लेने वहां आया था. दोनों के बीच मामूली झगड़ा होने के बाद रुक्मिणी अपने पिता के घर आई थी. मंगेश और परिवार वालों के बीच बहस हुई जिसके बाद लड़की के पिता ने दोनों पर मिट्टी का तेल डालकर उन्हें आग के हवाले कर दिया.
दोनों की चीखें सुनकर पड़ोसियों ने उनकी आग बुझाई और फिर उन्हें अस्पताल लेकर गए. रुक्मिणी की मौत पुणे के अस्पताल में हो गई. वहीं मंगेश 40 फीसदी जल चुके हैं और उनकी हालत अब भी नाजुक बनी हुई है.
रुक्मिणी ने मरने से पहले पुलिस को दिए बयान में अपने पिता और दो चाचाओं को दोषी ठहराया है.