चाय उत्पादन बढ़ाने के लिए कर्मचारियों की जिंदगी बेहतर होना जरूरी : आईटीए
भारतीय चाय संघ (आईटीए) ने कहा है कि देश में चाय का उत्पादन तब ही बढ़ सकता है जब चाय के बगान में काम करने वाले कर्मचारियों की जिंदगी बेहतर होगी.
आईटीए के उपाध्यक्ष नयनतारा पालचौधरी ने शनिवार को कहा कि हालिया अध्यन में यह पाया गया है कि चाय के बगान में काम करने वाली कई महिलाएं खून की कमी की समस्या की शिकार हैं.
उन्होंने इन महिलाओं के लिए सेनेटरी नैपकिन कम दामों में उपलब्ध कराने पर भी जोर दिया.
शनिवार को पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले में संगठन की डूअर्स शाखा के 142 वें वार्षिक सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने ये बातें कही.
उन्होंने कहा स्वास्थ्य सुविधाएं को ठीक करने की ओर कदम उठाया गया है, खासकर नवजात शिशुओं और दूध पिलाने वाली माओं के लिए.
आईटीए के महासचिव अरिजीत राहा ने कहा कि चाय बगान में काम करने वाले कर्मचारियों को केंद्र सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिले इसके लिए कदम उठाए गए हैं.
कर्मचारियों के वेतन और भत्ता का भुगतान डिजिटल तरीके से किया जाता है जिसके लिए उनका आधार कार्ड है. इसके अलावा मालिक कर्मचारियों के रहने की सुविधा, स्वास्थ्य, पानी और शिक्षा की सुविधा भी मुहैया कराते हैं.