खुफिया एजेंसियों की आशंका के बाद भी कदम क्यों नहीं उठाए गए: ममता बनर्जी


mamta blame central government for phone taping

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ममता बनर्जी ने पुलवामा में हुए आतंकी हमले पर भी सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने कहा है कि चुनाव सर पर है उससे पहले आतंकी हमले की आशंका होने के बाद भी कोई भी एक्शन नहीं लिया गया.

सोमवार को एक प्रेस कांफ्रेस में ममता बनर्जी ने कहा ,”पुलवामा आतंकी हमले पर ममता ने कहा कि खुफिया एजेंसियों ने आठ फरवरी को आतंकी हमला होने की आशंका जाता दी थी फिर भी इसे रोकने के लिए कोई कदम क्यों नहीं उठाए गए ? क्यों सीआरपीएफ जवानों से भरे 78 वाहनों के काफिले को जाने दिया गया था? मेरे पास इस बात की खुफिया रिपोर्ट भी है कि मेरा फोन टेप किया जा रहा है.”

उधर दूसरी तरफ अप्रत्याशित रूप से नेशनल कांफ्रेस के नेता उमर अब्दुल्लाह और पीडीपी की नेता महबूबा मुफ्ती ने संयुक्त बयान जारी किया है.

ट्विटर पर जारी बयान में दोनों ने कहा है कि देश के कई हिस्सों में कश्मीरियों के खिलाफ हो रहे हमलों की हम निंदा करते हैं. हम सभी से शांति की अपील करते हैं ताकि दुश्मनों की नापाक योजनाओं को पराजित किया जा सके जिन्होंने पुलवामा जैसा हमला किया है.

जम्मू-कश्मीर के धुर विरोधी दलों के नेताओं का एक साथ आकर इस तरह से संयुक्त बयान देना एक अभूतपूर्व घटना है.


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