दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित का निधन


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दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित का निधन दिल्ली के एस्कॉर्ट अस्पताल में हो गया. वह 81 साल की थीं.  सुबह उन्हें दिल्ली के एस्कॉर्ट अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां दिल का दौरा पड़ने के कारण उनका निधन हो गया. उनका पार्थिव शरीर शाम छह बजे से निजामुद्दीन स्थित उनके घर पर अंतिम दर्शन के लिए रखा गया है.

पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि दीक्षित पिछले कुछ समय से अस्वस्थ चल रही थीं. 20 जुलाई की सुबह सीने में जकड़न की शिकायत के बाद फोर्टिस-एस्कॉर्ट्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां दोपहर बाद तीन बजकर 55 मिनट पर उन्होंने अंतिम सांस ली.

उन्हें कुछ महीने पहले ही दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया था.

सूत्रों के मुताबिक 21 जुलाई को दोपहर 2:30 बजे निगम बोध घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. इस मौके पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं और दूसरे दलों के नेताओं के भी मौजूद होने की उम्मीद है.

दिल्ली सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के निधन पर राष्ट्रीय राजधानी में दो दिन के शोक की घोषणा की है.

उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ट्वीट किया, ‘‘दिल्ली सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्री श्रीमती शीला दीक्षित जी के सम्मान में दो दिन का राजकीय शोक घोषित किया है. उनका राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जायेगा.’’

दीक्षित के निधन के मद्देनजर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री ने जम्मू कश्मीर में वैष्णो देवी मंदिर की अपनी प्रस्तावित यात्रा को रद्द कर दिया.

शीला दीक्षित ने हाल में उत्तर पूर्वी दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा का चुनाव लड़ा था लेकिन वह जीत नहीं पाईं थीं. दिल्ली विधानसभा में उन्होंने नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया था.

शीला दीक्षित का जन्म 31 मार्च 1938 को पंजाब के कपूरथला में हुआ था. वह 1998 से 2013 तक तीन बार दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं.

वह पहली बार साल 1984 में उत्तर प्रदेश के कन्नौज से सांसद चुनी गईं. बाद में वह दिल्ली की राजनीति में सक्रिय हुईं.

उन्होंने दिल्ली के कॉन्वेंट ऑफ जीसस एंड मैरी स्कूल से पढ़ाई की और फिर दिल्ली विश्वविद्यालय के मिरांडा हाउस कॉलेज से उच्च शिक्षा हासिल की. साल 2014 में उन्हें केरल का राज्यपाल बनाया गया था. हालांकि, उन्होंने 25 अगस्त 2014 को इस पद से इस्तीफा दे दिया था.

शीला के पुत्र संदीप दीक्षित भी राजनीति में हैं. वह पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट से 2004 से 2014 बीच दो बार सांसद रहे हैं .

उनकी मौत पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री, राजनेताओं और विभिन्न क्षेत्रों की हस्तियों ने शोक जताया है.

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ट्वीट किया, “दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री और एक वरिष्ठ राजनेता श्रीमती शीला दीक्षित के निधन के बारे में जानकर दुख हुआ. उनका कार्यकाल राजधानी दिल्ली के लिए महत्वपूर्ण परिवर्तन का दौर था जिसके लिए उन्हें याद किया जाएगा. उनके परिवार व सहयोगियों के प्रति मेरी शोक-संवेदनाएं.”

पूर्व मुख्यमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा, “शीला दीक्षित के अचानक जाने से मैं सदमे में हूं. उनके निधन से कांग्रेस ने जनता के बीच काम करने वाले एक कांग्रेस नेता को खो दिया है. दिल्ली की जनता दिल्ली के विकास में उनके योगदान के लिए हमेशा याद करेगी.”

कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने कहा, “शीला दीक्षित जी के निधन का हमें गहरा दु:ख हुआ है. उन्होंने दिल्ली के लिए जो कुछ भी किया है उसके लिए लोग उन्हें याद रखेंगे. वह पार्टी की बड़ी नेता थीं, उनका पार्टी और देश विशेषकर दिल्ली के लिए राजनीति में विशाल योगदान है.”

पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ट्वीट किया, “शीला दीक्षित जी के अचानक निधन का हमें गहरा दु:ख है. उनके साथ एक युग का अंत हो गया है. वह मेरी बड़ी बहन की तरह थी जिन्होंने मेरा मार्गदर्शन किया और मुश्किल वक्त में सहयोग किया. मैं आपको हमेशा याद करूंगा.”

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ट्वीट किया, “शीला दीक्षित जी के गुजरने का गहरा दु:ख है. मैं जब सांसद बनी तब वह संसदीय कार्य मंत्री थीं. उन्होंने हमेशा मुझसे अच्छे रिश्ते बनाकर रखे. हम वास्तव में उन्हें याद करेंगे.”

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उनके निधन को दिल्ली के लिए बड़ी क्षति बताया है.

उन्होंने ट्वीट किया “अभी-अभी मुझे श्रीमती शीला दीक्षित जी के निधन की खबर मिली. यह दिल्ली के लिए बहुत बड़ी क्षति है. दिल्ली के लिए उनके योगदान के लिए उन्हें हमेशा याद किया जाएगा. उनके परिवार के सदस्यों के प्रति मेरी गहरी संवेदना. भगवान उनकी आत्मा को शांति दे.”

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शीला दीक्षित को कांग्रेस की बेटी बताते हुए कहा कि इस दु:ख की घड़ी में मैं उनके परिवार और दिल्ली की जनता के प्रति शोक व्यक्त करता हूं, जिनके लिए उन्होंने तीन बार मुख्यमंत्री रहकर नि:स्वार्थ भाव से सेवा की.

प्रधानमंंत्री नरेन्द्र मोदी ने दु:ख जताते हुए कहा कि दिल्ली में उनका उल्लेखनीय योगदान है.

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा,  “दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री श्रीमती शीला दीक्षित जी का निधन दु:खद! शोकाकुल परिजनों के प्रति पूर्ण संवेदना. भारतीय राजनीति में अपने अहम योगदान एवं शालीनता के लिए उनका योगदान हमेशा स्मरणीय रहेगा. शत्-शत् नमन एवं विनम्र श्रद्धांजलि!”

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट किया, “कांग्रेस पार्टी की वरिष्ठ नेता एवं दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री श्रीमती शीला दीक्षित जी के निधन की खबर सुनकर अत्यंत दुःख हुआ. मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों के साथ हैं और ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ कि दिवंगत आत्मा को वे अपने श्री चरणों में स्थान दें. ॐ शांति.”

बीजेपी सांसद गौतम गंभीर ने ट्वीट कर शीला दीक्षित के निधन को राजधानी के लिए बड़ी क्षति बताया है.

बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि दिल्ली की जनता उन्हें हमेशा याद करेगी. उनके परिवार और उनके करीबी लोगों को ईश्वर इस दु:ख की घड़ी में संबल प्रदान करे.

अभिनेता अक्षय कुमार ने ट्वीट कर दु:ख जताते हुए कहा कि शीला दीक्षित जी ने अपने कार्यकाल में दिल्ली का चेहरा बदल दिया.


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