पश्चिम बंगाल: मदरसा अध्यापक ने कहा,’जय श्री राम’ ना बोलने पर ट्रेन से धकेला
प्रतीकात्मक चित्र
पश्चिम बंगाल में एक 26 वर्षीय मदरसा अध्यापक ने आरोप लगाया है कि ‘जय श्री राम’ ना बोलने पर उसके साथ मारपीट की गई और चलती ट्रेन से नीचे ढकेल दिया गया.
हाफिज मोहम्मद सहरुख हलदार ने बताया कि वे ट्रेन से 24 परगना जिसे से हुगली की यात्रा कर रहे थे. इस दौरान उनके साथ ये हादसा हुआ.
उन्होंने बताया, “ट्रेन के डिब्बे में लोगों का एक समूह जय श्री राम के नारे लगा रहा था. उन्होंने मुझसे भी ऐसा ही करने को कहा और जब मैंने इनकार कर दिया तो वे लोग मुझे पीटने लगे. कोई मेरी मदद के लिए नहीं आया. ये घटना ढाकुरिया और पार्क सर्कस स्टेशन के बीच हुई. उन लोगों ने मुझे ट्रेन से नीचे धकेल दिया, कुछ स्थानीय लोगों ने मेरी मदद की.”
हलदार के मुताबिक ये घटना ट्रेन नंबर 34531 (कैनिंग-सियालदह) में हुई.
हलदार दक्षिण 24 परगना जिले के बसंती के रहने वाले हैं. हलदार कहते हैं कि वे जब इस घटना की प्राथमिकी दर्ज कराने टॉपसिया पुलिस स्टेशन गए तो उन्हें वहां बताया गया कि उन्हें ये मामला जीआरपी में दर्ज कराना होगा.
इसके बाद इस मामले में बल्लीगंग रेलवे स्टेशन में अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई. इस मामले में रेलवे पुलिस ने कहा है कि हमलावरों की पहचान के बाद उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
हालांकि इस तरह की खबरें पहले भी आती रही हैं, लेकिन इन दिनों देश के कई हिस्सों लगातार ऐसी घटनाओं की खबरें आ रही हैं.
अभी हाल ही में अमेरिकी विदेश मंत्रालय की ओर से जारी ‘अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता रिपोर्ट-2018’ में कहा गया था कि भारत में नरेंद्र मोदी सरकार अल्पसंख्यकों के खिलाफ होने वाली हिंसा रोकने में असमर्थ रही है.
बाद में इस रिपोर्ट को भारत ने पूरी तरह से खारिज कर दिया था. इस मामले में जारी वक्तव्य में कहा गया था कि किसी भी विदेशी संस्था या सरकार को संविधान प्रदत्त अधिकारों से संरक्षित हमारे नागरिकों को लेकर कोई घोषणा करने का अधिकार नहीं है.