ऐसा था ‘ट्रेजेडी क्वीन’ का फिल्मी सफरनामा


birthday special: Meena kumari the tragedy queen

हिन्दी सिनेमा की महान अदाकारा मीना कुमारी को ट्रेजेडी क्वीन के नाम से भी जाना जाता है. मीना कुमारी की आदाओं और अभिनय का हर कोई दीवाना था. मीना का जन्म 1 अगस्त 1933 में हुआ था. उनके पिता अली बक्श पारसी रंगमंच से जुड़े हुए थे. उनकी मां प्रभावती देवी भी एक मशहूर नृत्यांगना और अदाकारा थीं. मीना का असली नाम महजबीं बानो था. मीना कुमारी की दो बड़ी बहन खुर्शीद और मधु दोनों अभिनेत्री थीं.

मीना ने महज 7 साल की उम्र में फिल्म में अभिनय किया. जिसके बाद उनको बेबी मीना के नाम से जाना जाने लगा. साल 1946 में फिल्म बच्चों का खेल से बेबी मीना का नाम मीना कुमारी पड़ा था. मीना पढ़ाई करना चाहती थीं, लेकिन घर में पैसे की तंगी को देखकर फिल्मों में काम करना पड़ा. मीना की मां का लम्बे समय तक बीमार रहने के बाद देहांत हो गया था.

अपने करियर की शुरूआत में मीना ने पौराणिक फिल्म हनुमान पाताल विजय, वीर घटोत्कच और श्री गेणश महिमा जैसी फिल्मों में काम किया. साल 1952 में आई बैजू बावरा फिल्म से मीना को नई पहचान मिली और उनके अभिनय की सहराना चारों ओर होने लगी. इस फिल्म के लिए मीना को सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के पुरस्कार से सम्मानित किया गया. जिसके बाद मीना ने कभी पीछे नहीं देखा. मीना को बैक टू बैक फिल्में मिली.

मीना कुमारी को तीन फिल्मों के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. ये फिल्में हैं मैं चुप रहूगीं, आरती, साहिब बीबी और गुलाम थी. मीना कुमार उस दौर में लोगों के दिलों पर ही नहीं ब्लकि हिन्दी सिनेमा पर भी अपने अभिनय से राज कर रही थीं.

साल 1952 में फिल्म तमाशा के सेट पर मीना की मुलाकात फिल्म निर्देशक कमाल अमरोही से हुई. अमरोही अपनी फिल्म के लिए हीरो ढूंढ रहे थे. इस दौरान कमाल और मीना को प्यार हो गया. इसके बाद कमाल और मीना ने शादी कर ली, लेकिन मीना के इस फैसले से मीना के पिता बेहद नाखुश थे. जिसके चलते उन्होनें मीना को घर से निकाल दिया. कमाल पहले से शादीशुदा थे.

साल 1953 में फिल्म दायरा मीना और कमाल ने मिलकर बनाई. कुछ सालों के बाद मीना और कमाल के बीच दूरियां आने लगीं. जिसके बाद मीना को शराब की लात लग गई. मीना कुमारी अपने जीवन में भी ट्रेजेडी क्वीन बन गई थी. वो फिल्में तो कर रहीं थी लेकिन बीमार भी थीं. उनकी बीमारी का कारण शराब थी. मीना कुमारी कमाल के साथ तलाक ले चुकी थी. लेकिन फिर भी मीना ने कमाल की फिल्म पाकीजा की.

इस फिल्म के लिए मीना कुमारी को सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार मिला. पाकीजा की शूटिंग खत्म होने के बाद मीना पकीजा फिल्म देखने के लिए काफी उत्सुक थीं, लेकिन कौन जानता था कि मीना इस तरह दुनिया छोड़ जाएगी. मीना लम्बे समय से बीमार होने के कारण सब को आलविदा कह गईं. मीना के निधन होने के बाद फिल्म पाकीजा रिलीज हुई. फिल्म ने अपार सफलता प्राप्त की.


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