बुद्धिजीवियों पर शेखर के व्यंग्य के बाद जावेद अख्तर ने दी तीखी प्रतिक्रिया


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गीतकार जावेद अख्तर ने डॉयरेक्टर, प्रोड्यूसर शेखर कपूर के ट्वीट पर जमकर हमला किया. शेखर ने अपने ट्वीट पर लिखा कि उन्हें उन बुद्धिजीवियों से डर था जो सांप की तरह थे और भारत के विभाजन के बाद भी वह दशकों तक शरणार्थियों जैसा महसूस करते है. शेखर के इस ट्वीट के बाद जावेद ने भी ट्विटर के माध्य से अपनी नाराजगी जाहिर की.

शेखर ने बुद्धिजीवियों पर व्यंग करते हुए एक सबसे पहले एक ट्वीट किया, “विभाजन के बाद शरणार्थी की तरह जीवन शुरू किया. माता-पिता ने मेरा जीवन बनाने के लिए सब कुछ किया. हमेशा ‘बुद्धिजीवियों’ से डरता था. उनसे मुझे तुच्छ महसूस होता था. फिर अचानक जब मेरी फिल्में चली तो मुझे गले लगा लिया. बुद्धिजीवियों से गले मिलना ऐसा है जैसा सांप का डसना . मैं आज भी एक शरणार्थी हूं.”

शेखर के इस ट्वीट का जवाब देते हुए जावेद अख्तर ने ट्वीट किया की “ये कौन से बुद्धिजीवी हैं जिनको आपने गले लगाया हुआ है और आपको वो सांप के काटने जैसा लगा? श्याम बेनेगल, आदूर गोपाल कृष्णा, राम चंद्र गुहा? क्या सच में? शेखर आप ठीक नहीं है. आपको मदद का जरुरत है. आप किसी मनोचिकित्सक से मिले शरमाइए नहीं.”

जावेद ने एक और ट्वीट कर लिखा कि ”शरणार्थी से आपका क्या मतलब है? क्या आप आज भी भारत में एक बाहर के व्यक्ति जैसा महसूस होता है. अगर आप भारत में अभी भी शरणार्थी है तो आप शरणार्थी जैसा कहां महसूस नहीं होगा. पाकिस्तान में? अमीर गरीब का मेलोड्रामा बंद करिए.”

इसके बाद शेखर के ट्वीट पर जवाब देते हुए जावेद ने लिखा कि “आपने अपने आपको इस तरह से पेश किया है कि आप आज में जीते हैं और वहीं आप कह रहे हैं कि आपको बंटवारे के बाद रिफ्यूजी जैसा लग रहा है और आप आज भी रिफ्यूजी हैं. इन दोनों बातों में फर्क देखने के लिए किसी को ज्यादा सोचने की जरूरत नहीं है.”

इस सब के बाद शेखर ने 49 प्रतिष्ठित व्यक्तियों द्वारा बुधवार को हिंसा और असहिष्णुता पर पीएम मोदी को लिखे पत्र के तीन दिन बाद 62 अन्य लोगों की तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी. अपने पत्र में, सेंसर बोर्ड के प्रमुख प्रसून जोशी और अभिनेता कंगना रनौत पर “चुनिंदा आक्रोश, झूठे कथन और एक स्पष्ट राजनीतिक पूर्वाग्रह” का आरोप लगाया.


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