कमलनाथ को मध्य प्रदेश की कमान
कमलनाथ को मध्य प्रदेश का विधायक दल का नेता चुन लिया गया है. इसके साथ ही मध्य प्रदेश का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा, इस पर से संशय के बादल छंट गए हैं. इससे पहले दिल्ली में राहुल गांधी के साथ कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया की बैठक हुई थी जिसमें कमलनाथ के नाम पर प्रदेश के अगले मुख्यमंत्री बनने की मुहर लगी.
इसके बाद भोपाल में हुई विधायक दल की बैठक में कमलनाथ के नाम की घोषणा कर दी गई. कमलनाथ नौ बार सांसद रह चुके हैं. पहली बार वो 1980 में छिंदवाड़ा से सांसद बने थे. उसके बाद से नौ बार छिंदवाड़ा से वो सांसद रह चुके हैं.
इससे पहले पार्टी नेताओं ने कहा था कि मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ इन तीनों राज्यों के लिए नियुक्त पर्यवेक्षकों और अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ राहुल गांधी की बैठक के बाद नामों की घोषणा की जा सकती है. राजस्थान में मुख्यमंत्री पद की दौड़ में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आगे हैं. राजस्थान से सचिन पायलट और अशोक गहलोत भी दिल्ली बुलाए गए हैं.
पार्टी नेताओं के मुताबिक राहुल गांधी ने इन तीनों राज्यों में मुख्यमंत्री का नाम तय करने के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं की पसंद जानने की कोशिश की है. उन्होंने इसके लिए मोबाइल से सीधे संपर्क किया.
मध्य प्रदेश और राजस्थान में कांग्रेस नेताओं ने राज्यपाल से मुलाकात कर सरकार गठन का दावा पेश किया है.
230 सीटों वाली मध्य प्रदेश विधानसभा में 114 सीटें कांग्रेस को मिली थी. जबकि बहुमत के लिए 116 सीटों की जरूरत है. सपा और बसपा ने कांग्रेस को समर्थन दिया है. सपा को 1 सीट और बसपा को 2 सीट आई है. बीजेपी को 109 सीटें आई हैं.