क्या विपक्ष की आवाज दबाई जा रही है
17वीं लोकसभा का मौजूदा सत्र 17 जून से शुरू हुआ था. महज 40 दिनों में लोकसभा में 14 बिल पास हो चुके हैं. विपक्ष कई विधेयकों को संसदीय समितियों के पास भेजने की मांग कर चुका है लेकिन सरकार लगातार विपक्ष की आवाज अनसुनी करती आ रही है. आखिर सरकार बिल पास कराने में इतनी जल्दबाज़ी क्यों दिखा रही है? क्या सरकार सदन में विपक्ष की आवाज को दबा रही है?