कमलनाथ ने मुख्यमंत्री पद से दिया इस्तीफा
गुरुवार को आए सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार आज मध्य प्रदेश विधानसभा में होने वाले फ्लोर टेस्ट से पहले ही मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपने इस्तीफे का एलान किया. उन्होंने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि उनके पास मध्य प्रदेश विधानसभा में साबित करने के लिए बहुमत का आंकड़ा नहीं है. कमलनाथ ने कहा, ‘मैं इस्तीफा देने जा रहा हूं और इस संबंध में मैं अभी राज्यपाल लालजी टंडन से मुलाकात भी करुंगा. हालांकि मैं आगे भी प्रदेश की जनता के लिए कार्य करना जारी रखूंगा.’
कमलनाथ ने कहा, ‘पिछले 15 महीने के मेरे कार्यकाल में बीजेपी ने कई बार मेरी सरकरा को अस्थिर करने की कोशिश की हालांकि हमने लगातार प्रदेश को एक नई दिशा देने के ओर कार्य किया.’ उन्होंने ये भी कहा कि कमलनाथ सरकार को गिराने के लिए बीजेपी ने उनके विधायकों को कर्नाटक में बंदी बनाकर रखा. कमलनाथ ने आरोप लगाया कि सरकार बनने के पहले दिन से ही बीजेपी ने ये साजिश शुरू कर दी थी.
कमलनाथ ने कहा कि आज के बाद कल आता है और कल के बाद परसों, परसों जरूर आएगा. उन्होंने कहा कि जनता की इच्छा के विरुद्ध जाने के लिए प्रदेश की जनता बीजेपी को कभी माफ नहीं करेगी.
इससे पहले कल देर रात कांग्रेस से इस्तीफा देने वाले बाकी 16 विधायकों का भी इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया. मध्य प्रदेश विधानसभा के स्पीकर ने गुरूवार की देर रात कहा कि 10 मार्च को जिन विधायकों ने इस्तीफा सौंपा था, उन सभी का इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया है.