बेहतर जिन्दगी की उम्मीद में सड़कों पर आमेजन के मजदूर
मध्य-पश्चिम अमेरिका के मिनेसोटा राज्य में आमेजन कर्मचारी काम करने की बेहतर स्थिति की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. ये मजदूर अपने वतन सोमालिया से आकर यहां शरणार्थी की हैसियत से रह रहे हैं.
हाड़-मांस कंपा देने वाली सर्दी में आमेजन के गोदाम के बाहर अपनी मांग के साथ खड़े कर्मचारियों का कहना है कि इन्हें कंपनी ने मजदूर-कानून से जुड़ा कोई हक नहीं दिया है, जबकि यहां के गोदामों में बड़ी संख्या में इन प्रवासी मजदूरों की भर्ती की गई है.
कामगार ज्यादा काम करने की वजह से बीमार होने की शिकायत कर रहे हैं. वहीं मुसलमान कामगारों का कहना है कि उन्हें नमाज पढ़ने का वक्त यह कह कर नहीं दिया जाता है कि हमारे काम करने की क्षमता कम है और बाजार में मांग ज्यादा है.
कंपनी की प्रवक्ता की तरफ से प्रदर्शनकारी मजदूरों को बेहतर सुविधाएं देने का दावा किया गया है.
इससे पहले भी आमेजन के खिलाफ कामगारों की तरफ से प्रदर्शन हो चुके हैं.
इस बीच प्रदर्शनकारी मजदूरों और मैनेजमेंट के बीच दो बार बैठक हो चुकी है.
न्यूयॉर्क टाइम्स ने अपनी एक रिपोर्ट में इस आंदोलन के बारे में कहा है कि यह सबसे बढ़िया उदाहरण है जब मजदूरों के समूह ने आमेजन को समझौत करने पर मजबूर किया है.
आमेजन के मुताबिक इस क्षेत्र में उनके 75 केन्द्र हैं और लगभग एक लाख 25 हजार कर्मचारी काम यहां करते हैं.