एसआईटी ने चिन्मयानंद से की पूछताछ
पूर्व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री चिन्मयानंद से विशेष जांच दल (एसआईटी) की टीम ने कल करीब सात घंटे तक कड़ी पूछताछ की. इसी के साथ जांच में जुटी टीम ने उनका बेडरूम को सील कर दिया है.
चिन्मयानंद के अधिवक्ता ओम सिंह ने बताया कि गुरुवार की शाम छह बजकर 20 मिनट पर पुलिस लाइन स्थित एसआईटी के अस्थाई कार्यालय में चिन्मयानंद से पूछताछ शुरू की गई जो रात करीब एक बजे तक चली.
सिंह ने बताया कि एसआईटी की टीम कड़ी सुरक्षा में चिन्मयानंद को उनके आवास ‘दिव्य धाम’ लेकर गई और उनके बेडरूम का मुआयना किया. रात अधिक होने के कारण शयन कक्ष सील कर दिया गया. संभावना है कि शुक्रवार को फॉरेंसिक टीम के विशेषज्ञ शयन कक्ष की जांच करेंगे.
सूत्रों के हवाले से जानकारी मिली है कि एसआईटी ने चिन्मयानंद से जांच चलने तक शहर छोड़ कर बाहर ना जाने को कहा है. चिन्मयानंद के घर के बाहर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है.
इससे पहले गुरुवार को पीड़िता के कॉलेज के प्रधानाचार्य और पीजी कॉलेज के प्रधानाचार्य से एसआईटी की टीम ने पूछताछ की.
दूसरी और पीड़िता ने एसआईटी को एक पत्र देकर शारीरिक शोषण और दुष्कर्म का मामला दर्ज करने की मांग की है.
इससे पहले मामले में सोमवार को एसआईटी ने लड़की के हॉस्टल के कमरे की जांच की थी. जिसके बाद पिता ने आरोप लगाया कि कमरे में रखा उनकी बेटी का पर्स, उसमें रखी चिप, गद्दा और चादर के अलावा वह चश्मा भी गायब है, जिसमें कैमरा लगा हुआ था.
बुधवार को विशेष जांच दल चिन्मयानंद पर बलात्कार का आरोप लगाने वाली एलएलएम की छात्रा को कड़ी सुरक्षा के बीच मेडिकल कॉलेज लेकर पहुंचा. जहां मेडिकल कॉलेज की मुख्य चिकित्सा अधीक्षक अनीता धस्माना ने बताया कि डॉक्टरों के पैनल ने छात्रा का चिकित्सीय परीक्षण किया.
मालूम हो कि स्वामी सुखदेवानंद विधि महाविद्यालय में एलएलएम करने वाली एक छात्रा ने 24 अगस्त को एक वीडियो वायरल करके कहा था कि एक संन्यासी ने कई लड़कियों की जिंदगी बर्बाद कर दी है और उसे और उसके परिवार को इस संन्यासी से जान का खतरा है. उसके बाद लड़की के पिता ने स्वामी चिन्मयानंद के विरुद्ध दुष्कर्म एवं शारीरिक शोषण की रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए तहरीर दी जिसे पुलिस ने दर्ज नहीं किया.
बाद में, पुलिस ने चिन्मयानंद के विरुद्ध अपहरण और जान से मारने की धमकी की धाराओं में मामला दर्ज कर लिया था. उसके कई दिन बाद वह छात्रा राजस्थान के दौसा स्थित एक होटल में पाई गई थी. मामले में सुप्रीम कोर्ट ने हस्तक्षेप करते हुए जांच के लिए एसआईटी गठित करने के आदेश दिए थे.