‘फेसबुक ने अपने फायदे के लिए किया यूजर्स के डेटा का इस्तेमाल’
ANI
ब्रिटेन की एक संसदीय समिति की ओर से जारी दस्तावेज में कहा गया है कि फेसबुक ने अपने यूजर्स के डेटा का इस्तेमाल अपने फायदे के लिए किया. रिपोर्ट में कहा गया है कि फेसबुक ने अपने यूजर्स को अंधेरे में रखा है.
संसद की मीडिया समिति ने फेसबुक पर आरोप लगाया कि वह अपने यूजर्स का डेटा देने के लिए ऐप डेवलॉपर्स के साथ डील करता है. वहीं जिसको वह अपना प्रतिद्वंदी मानता है, उनको वह डेटा नहीं लेने देता.
समिति ने 200 से ज्यादा पन्नों का दस्तावेज जारी किया है. जिसमें यूजर्स की निजी जानकारी की कीमत को लेकर फेसबुक के तर्कों को भी शामिल किया गया है. इन दस्तावेज में वर्ष 2012 से 2015 के बीच के समय का जिक्र किया गया है. इसी समय फेसबुक एक पब्लिक प्लेटफॉर्म बना था.
यह दस्तावेज बताता है कि कंपनी ने धन कमाने के लिए किस हद तक लोगों के डेटा का उपयोग किया है. साथ ही कंपनी के कामकाज के बारे में भी जानकारी दी गई है. जबकि कंपनी सार्वजनिक रूप से लोगों की निजता की सुरक्षा करने का वादा करती है.
फेसबुक ने समिति के दस्तावेजों को गुमराह करने वाला बताया है. कंपनी की ओर से जारी बयान में कहा गया है, “यह स्पष्ट है कि हमने कभी लोगों का डेटा नहीं बेचा”.
फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने एक पोस्ट में इन दस्तावेजों का संदर्भ मांगा है. उन्होंने लिखा, “बेशक हम हर किसी को अपने प्लेटफॉर्म के इस्तेमाल की इजाजत नहीं दे सकते.’’
समिति के मुताबिक फेसबुक ने 2015 में अपनी नीति में बदलाव के बावजूद एयरबीएनबी और नेटफ्लिक्स जैसी कंपनियों को अपने यूजर्स तक पहुंच बनाए रखनी की इजाजत दी.