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लद्दाख में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हुई तीखी झड़प
पूर्वी लद्दाख में पेंगोंग त्सो झील के उत्तरी किनारे के नजदीक 11 सितंबर को भारत और चीन के सैनिकों के बीच तीखी बहस हुई. 134 किमी लंबी इस झील का दो तिहाई हिस्सा चीन के नियंत्रण में है.
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि इलाके में भारतीय सैनिकों की गश्त पर चीन के सैनिकों ने आपत्ति जताई जिसके बाद यह बहस हुई. यह बहस 11 सितंबर की शाम तक चली.
सैन्य सूत्रों के मुताबिक इस घटना का कारण भारत और चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा को लेकर भिन्न भिन्न नजरिया है. हालांकि, इस मसले को बुधवार को प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता के दौरान सुलझा लिया गया.
इससे पहले इसी इलाके में 15 अगस्त 2017 को भारत और चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी. दोनों तरफ के सैनिकों ने एक-दूसरे को घायल करने के लिए पत्थरों और लोहे की रॉड्स का प्रयोग किया था.
रोचक बात यह है कि इस बार जब चीनी राष्ट्रपति के दूसरे अनौपचारिक दौरे पर भारत आने की संभावना है, ठीक उसी वक्त भारतीय सेना अरुणाचल प्रदेश में ‘हिम विजय’ अभ्यास को अंजाम देगी. सूत्रों का कहना है कि चीन को इस अभ्यास के बारे में नहीं बताया गया है क्योंकि यह अरुणाचल प्रदेश के पास स्थित वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास नहीं होगा. इस अभ्यास में करीब 15,000 सैनिक हिस्सा लेंगे.