लंदन स्थित कार्ल मार्क्स की समाधि पर फिर हमला


 

लंदन के हाईगेट कब्रिस्तान में बनी कार्ल मार्क्स की समाधि को फिर क्षतिग्रस्त किया गया है. ये एक महीने के दौरान दूसरी बार है. उनकी समाधि के चारों ओर लाल रंग से ‘घृणा का सिद्धांत’ और ‘नरसंहार का वास्तुकार’ लिख दिया गया.

मार्क्सवादी विचारधारा के जनक कार्ल मार्क्स की समाधि को ग्रेड-1 स्मारक के रूप में चिह्नित किया गया है. लगातार हो रहे इन हमलों के बीच बढ़ती घृणा के साथ ही सुरक्षा व्यवस्था भी सवालों के घेरे में है.

अंग्रेजी वेबसाइट गार्डियन के मुताबिक दो हफ्ते पहले भी इस समाधि पर इसी तरह का हमला किया गया था. जब इसे खंडित करने की कोशिश की गई थी. उस समय स्मारक पर लिखे कार्ल के नाम पर हथौड़े से हमला कर उसे मिटाने की कोशिश की गई थी.

हाईगेट कब्रिस्तान की ओर से कहा गया है कि उन्हें डर है कि स्मारक अपनी पहली अवस्था में नहीं आ सकेगा.

हाईगेट कब्रिस्तान की ओर से किए गए एक ट्विट में कहा गया, “आप कार्ल मार्क्स की विरासत के बारे में जो भी विचार रखते हों, लेकिन अपनी बात रखने का ये कोई तरीका नहीं है.”

मैक्सवेल अपनी मां के साथ सुबह जब कब्रिस्तान गए तो ये नजारा देख कर हैरान रह गए. उन्होंने कहा, “उन्हें इस तरह के हमले को देखकर बहुत हैरानी हुई.” मैक्सवेल ने बताया कि इस पर लगाया गया लाल रंग तो हट जाएगा, लेकिन एक महीने में दो बार हमला होना बहुत गलत है.

उधर, इसको लेकर पुलिस की तरफ से जारी बयान में शिकायत मिलने की बात कही गई है.

पुलिस की ओर से बताया गया कि इस मामले में एक शिकायत मिली है जिस पर रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है. एक आधिकारिक बयान में कहा गया, “अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है, हम लोगों से अपील करते हैं कि अगर उनके पास किसी तरह की जानकारी है तो वे सामने आएं.”

पुलिस की ओर से ये भी बताया गया कि पिछले हमले को लेकर किसी तरह की कोई गिरफ्तारी अब तक नहीं हो सकी है.


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