मानवाधिकार आयोग ने एचआईवी संक्रमित रक्त मामले में सरकार से जवाब मांगा
तमिलनाडु में संक्रमित रक्त चढ़ाए जाने के कारण 24 वर्षीय महिला को एचआईवी संक्रमण होने जाने के मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने केन्द्र और राज्य सरकार को नोटिस जारी किया है.
एनएचआरसी ने तमिलनाडु के मुख्य सचिव को नोटिस जारी कर दोषी के ख़िलाफ़ कार्रवाई, पीड़िता को राहत और उसकी काउंसलिंग सहित मामले की विस्तृत रिपोर्ट चार सप्ताह के भीतर देने को कहा है.
स्वास्थ्य सेवाओं के संयुक्त निदेशक आर मनोहरण ने कहा है कि गर्भवती महिला विरुधुनगर जिले के सत्तार में एक निजी क्लीनिक में जांच के लिए गई थी. वहां डॉक्टरों ने हिमोग्लोबिन की कमी बताते हुए खून चढ़ाने की सलाह दी.
आयोग ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कहा कि इसने रक्त के नमूनों की सुरक्षित देखरेख, एचआईवी जैसी बीमारियों का पता लगाने और सभी एहतियात के साथ तय मानदंडों के अनुरुप खून चढ़ाने के मामले को सामने ला दिया है.
आयोग ने कहा कि केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के सचिव से कहा गया है कि वह सभी राज्यों और संघ शासित प्रदेशों से स्थिति रिपोर्ट मंगवाएं और छह सप्ताह के भीतर अपनी टिप्पणियों के साथ उसे आयोग को सौंपें.
वही इससे पहले मद्रास हाई कोर्ट ने संज्ञान लेते हुए राज्य सरकार को निर्देश दिया है कि वह तीन जनवरी तक कार्रवाई और स्थिति रिपोर्ट दायर करें.