महाराष्ट्र में अधिकारी पर कीचड़ फेंकने के बाद गिरफ्तार हुए नितेश राणे


Nitesh Rane arrested after throwing mud on official in Maharashtra

 

महाराष्ट्र में एक उप अभियंता पर कीचड़ फेंकने के आरोप में कांग्रेस विधायक नितेश राणे और उनके 16 समर्थकों को गिरफ्तार कर लिया गया. मध्य प्रदेश के इंदौर में भाजपा विधायक आकाश विजयवर्गीय द्वारा एक सरकारी अधिकारी पर क्रिकेट के बल्ले से हमला किये जाने के कुछ दिनों बाद यह घटना सामने आई है.

पुलिस अधीक्षक दीक्षित गेडाम ने बताया कि तटीय सिंधदुर्ग जिले में कांकावली में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के उप अभियंता प्रकाश शेडेकर पर कीचड़ फेंकने के लिए नितेश राणे और उनके समर्थकों को गिरफ्तार किया गया है.

नितेश राणे, भाजपा से राज्यसभा सदस्य और पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे के पुत्र हैं. नारायण राणे ने अपने बेटे के इस आचरण के लिए माफी मांगी है.

कांकावली से विधायक नितेश राणे और उनके समर्थक तटीय जिले से होकर गुजरने वाले व्यस्त मुम्बई-गोवा राजमार्ग पर गड्ढे और कीचड़ पाये जाने के बाद विरोध कर रहे थे. सोशल मीडिया पर वायरल हुई वीडियो क्लिप में नितेश राणे और उनके समर्थकों तथा कांकावली नगर परिषद के अध्यक्ष समीर नलवाडे को उप अभियंता प्रकाश शेडेकर को एक पुल की रेलिंग से कथित तौर पर बांधते हुए और उन पर कीचड़ फेंकते हुए देखा जा सकता है.

राणे और नलवाडे को शेडेकर को यह कहते हुए भी सुना जा सकता है, ‘‘हर दिन स्थानीय लोगों को, गुजरने वाले वाहनों से ऐसी ही कीचड़ का सामना करना पड़ता है … आप भी इसका अनुभव करें.’’ अधिकारी ने बताया कि इस घटना के सिलसिले में विधायक और उनके समर्थकों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 353,332, 342 और 120-बी के तहत मामला दर्ज किया गया है.

पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे ने अपने विधायक पुत्र नितेश राणे द्वारा एक अभियंता पर हमला करने के लिए माफी मांगी. उन्होंने कहा, ‘‘मैं एक सरकारी अधिकारी पर कीचड़ फेंकने के अपने बेटे के कृत्य पर माफी मांगता हूं. यह विरोध (राजमार्ग की खराब हालत के खिलाफ) स्थानीय लोगों के लिए था.’’

गौरतलब है कि गत 26 जून को इंदौर में भाजपा के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय के पुत्र एवं भाजपा विधायक आकाश विजयवर्गीय ने एक सरकारी अधिकारी पर क्रिकेट के बल्ले से हमला किया था. इस घटना के सिलसिले में आकाश विजयवर्गीय को गिरफ्तार कर लिया गया था और उन्होंने जमानत मिलने से पहले चार दिन जेल में बिताए थे.

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आकाश विजयवर्गीय के इस गलत व्यवहार का कड़ा विरोध किया था और पार्टी नेताओं से कहा था कि अक्खड़पन और दुर्व्यवहार को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है.


Big News