प्रदर्शनकारियों के दमन को लेकर राहुल और प्रियंका मानवाधिकार आयोग पहुंचे


rahul and priyanka moves to nhrc over alleged human rights violation during caa protest in up

 

राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के अधिकारियों से मुलाकात कर उत्तर प्रदेश में नागरिकता संशोधन कानून का विरोध कर रहे लोगों के खिलाफ कथित पुलिस ज्यादितियों की जांच की मांग की.

कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल में शामिल मोहसिना किदवई, सलमान खुर्शीद, पीएल पुनिया, जितिन प्रसाद, अभिषेक सिंघवी, राजीव शुक्ला और उत्तर प्रदेश कांग्रेस प्रमुख अजय कुमार लल्लू ने पिछले साल दिसंबर में सीएए विरोधी प्रदर्शनों के दौरान लोगों की मृत्यु की जांच की भी मांग की.

कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने एनएचआरसी को सौंपे गए अपने ज्ञापन में कहा, ‘उत्तर प्रदेश सरकार के कानून व्यवस्था और संविधान के प्रति लचर नजरिए, सरकार द्वारा अपने ही नागरिकों से अपराधियों सरीखा व्यवहार और उनके प्रति द्वेष रखकर गौरवान्वित होने को मद्देनजर रखते हुए यह एनएचआरसी की जिम्मेदारी है कि वो नियंत्रण और संतुलन जैसे संस्थान के रूप में काम करे और संविधान में वर्णित मूल्यों की रक्षा करे.’

कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने आयोग को 31 पेज की रिपोर्ट भी सौंपी. इस रिपोर्ट में कथित मानवाधिकार उल्लंघन के फोटो और वीडियो सबूत मौजूद हैं. मुलाकात के बाद राहुल गांधी ने ट्वीट कर आयोग से संवैधानिक मूल्यों की रक्षा करने की अपील की.

वहीं अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि एक भी पुलिसकर्मी के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं की गई है, वहीं विरोध कर रहे लोगों के खिलाफ हजारों एफआईआर दर्ज हैं. पीड़ितों को ही आरोपी बना दिया गया है.


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