‘शर्म करो’ के नारों के बीच रंजन गोगोई ने राज्य सभा सदस्य की शपथ ली
सुप्रीम कोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने राज्य सभा के सदस्य के रूप में शपथ ली. इस दौरान विपक्षी दलों के सदस्यों ने ‘शर्म करो’ के नारे लगाए. रंजन गोगोई को राज्य सभा के लिए राष्ट्रपति द्वारा मनोनीत किए जाने की बहुत आलोचना हुई है.
विपक्ष ने कहा कि रंजन गोगोई को राज्य सभा के लिए मनोनीत किया जाना संविधान की मूल संरचना पर अक्षम्य हमला है. कांग्रेस ने कहा, ‘रंजन गोगोई को राज्यसभा के लिए नामित किया जाना संविधान की मूल संरचना पर सबसे गंभीर, अभूतपूर्व और अक्षम्य हमला है.’ वहीं सीपीएम ने कहा कि यह दिखाता है कि केंद्र सरकार कितनी निर्लज्जता से न्यायपालिका की स्वतंत्रता की अनदेखी कर रही है.
इससे पहले सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जजों जस्टिस कुरियन जोसेफ, मदन बी लोकु, एके पटनायक और जे चेलमेश्वर ने भी पूर्व सीजेआई द्वारा राज्य सभा के सदस्य के रूप में अपना नामांकन स्वीकार करने के कदम की आलोचना की.
सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जजों ने कहा, ‘पूर्व सीजेआई द्वारा राज्य सभा के सदस्य के रूप में नामांकन की स्वीकृति ने निश्चित तौर पर न्यायपालिका की स्वतंत्रता में आम आदमी का भरोसा हिला दिया है और पूर्व सीजेआई ने न्यापालिका की स्वतंत्रता और निष्पक्षता के महान सिद्धांतों से समझौता किया है.’
सुप्रीम कोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस को उनके रिटायरमेंट के चार महीनों के बाद राज्य सभा के लिए मनोनीत किया गया. वे राज्य सभा जाने वाले दूसरे पूर्व सीजेआई हैं. सीजेआई के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान अयोध्या विवाद, राफेल, इलेक्टोरल बॉन्ड जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर फैसला सुनाया.