उत्तर प्रदेश: विपक्ष ने बिजली बिल की बढ़ी दरों को जनविरोधी बताया
विपक्षी दलों ने उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा राज्य में बिजली शुल्क की दरें बढ़ाये जाने के कदम को जनविरोधी करार दिया है.
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट किया ”पहले महंगे पेट्रोल—डीजल का बोझ और अब महंगी बिजली की मार: उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार आम जनता की जेब काटने में लगी है! क्यों?”
उन्होंने कहा ”खजाने को खाली करके भाजपा सरकार अब वसूली, जनता पर महंगाई का चाबुक चला रही है. कैसी सरकार है ये?”
इस बीच, आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने आरोप लगाया कि प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने बिजली कंपनियों को फायदा पहुँचाने और मंत्रियों, विधायकों और सरकारी विभागों से करोड़ों रुपये का बकाया न वसूल पाने की वजह से बिजली की दरों में भारी इजाफा किया है.
उन्होंने कहा कि बिजली विभाग में करोड़ों रूपये का भ्रष्टाचार है. इसके अलावा उसकी गलत नीतियों के कारण योगी सरकार साल- दो साल पर बिजली की दरों में भारी इजाफा कर आम जनता पर महंगाई के इस भयानक दौर में आर्थिक बोझ बढ़ा रही है, यह जनता के साथ विश्वासघात है.
सिंह ने दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार का हवाला देते हुये कहा कि दिल्ली में पिछले पांच वर्षों में बिजली की दरों में एक भी रुपया नहीं बढ़ाया गया है. इसके बावजूद सरकार का राजस्व बढ़ा है.
गौरतलब है कि सरकार ने प्रदेश की जनता को झटका देते हुए 3 सितंबर को बिजली की दरों में 12 प्रतिशत तक की बढ़ोत्तरी कर दी.