भारी बारिश से पानी में डूबा वडोदरा, फंसे हुए निचले इलाके में रहने वाले लोग
पिछले 12 घंटों से हो रही मुसलाधार बारिश की वजह से वडोदरा शहर जलमग्न हो गया है. बारिश संबंधी घटनाओं में चार लोगों की मौत हो गई जबकि पांच हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. शहर के निचले इलाकों से लोगों को राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की मदद से बाहर निकाला जा रहा है. 12 घंटों में 450 एमएम बारिश दर्ज की गई है.
बारिश और जलजमाव की वजह से एहतियात के तौर पर एक अगस्त तक के लिए स्कूलों को बंद कर दिया गया है.
दो अगस्त तक वडोदरा से गुजरने वाली कई ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है. वहीं, दो अगस्त को सुबह नौ बजे तक के लिए वडोदरा एयरपोर्ट से उड़ानें बाधित रहेंगी.
इससे पहले 31 जुलाई को दो स्थानीय उड़ानों को रद्द किया गया.
स्थानीय कोर्ट परिसर में पानी भर जाने की वजह से वहां कोई सुनवाई नहीं हो पाई है. जबकि शहर के कई अस्पतालों में घुटने भर पानी भर गया है.
गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने कहा कि वडोदरा के छनी इलाके में भारी बारिश के चलते दीवार गिरने से बुधवार शाम चार मजदूरों की मौत हो गई.
उन्होंने कहा, “भारी बारिश और विश्वमित्री नदी का जलस्तर बढ़ने से वडोदरा में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं. अब तक विभिन्न इलाकों में पांच हजार से अधिक लोगों को बाहर निकाला जा चुका है. स्थानीय प्रशासन ने खाने के करीब 75,000 पैकेट बांटे हैं और एक लाख पैकेट तैयार रखे गए हैं.”
मौसम विभाग ने वडोदरा सहित पूरे गुजरात में भारी से भारी वर्षा का अनुमान लगाया है. राज्य मौसम विभाग के निदेशक जयंत सरकार ने कहा कि वडोदरा शहर में रिकॉर्ड बारिश हुई है. उन्होंने कहा कि अगले तीन दिनों में भी भारी बारिश होने का अनुमान है.
शहर में एनडीआरएफ की पांच टीम राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई है. जबकि पुणे से आठ अतिरिक्त टीम को बुलाया गया है.