सपना चौधरी के बीजेपी में आने से पार्टी के कुछ धड़ों में नाराजगी
डांसर सपना चौधरी के बीजेपी से जुड़ने के बाद पार्टी के कुछ धड़ों में नाराजगी बढ़ गई है. पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेताओं और संघ के पदाधिकारियों का मानना है कि पार्टी अनुभवी नेताओं की जगह सेलेब्रिटीज को ज्यादा तरजीह दे रही है.
पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, “पार्टी की सदस्यता अभियान में कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे, लेकिन ऐसा लग रहा था जैसे सब कुछ सपना चौधरी के लिए किया गया है. उसके अगले दिन सपना चौधरी के लिए प्रेस वार्ता का भी आयोजन किया गया.”
रविवार 7 जुलाई को जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में बीजेपी के सदस्यता अभियान कार्यक्रम का आयोजन हुआ था.
इस आयोजन में मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और संगठन के राष्ट्रीय सचिव रामलाल भी मौजूद थे.
अभियान के तहत सात अन्य लोगों ने भी पार्टी की सदस्यता ली. इसमें एक अशक्त युवा, एक पहली बार वोट डालने वाला, सेना का एक सेवानिवृत्त अधिकारी, नौकरशाह और एक फेरीवाला भी था.
सपना चौधरी के सदस्यता लेने के बाद संघ के मीडिया संयोजक राजीव तुली ने सपना की फोटो ट्वीट करते हुए लिखा, “कोरम पूरा हुआ. पहले मनोज तिवारी, हंस राज हंस और अब सपना चौधरी.” हालांकि तुली ने कहा कि यह उनके निजी विचार हैं.
एक अन्य आरएसएस नेता ने कहा, “बीजेपी को नहीं भूलना चाहिए कि दो दशकों से बीजेपी दिल्ली में सत्ता में नहीं आई है.”
सूत्रों के अनुसार पार्टी के अंदर काफी नाराजगी है. बीजेपी ने लोकसभा के सात में से तीन टिकट सेलेब्रिटीज को दिए हैं.
मनोज तिवारी ने इस मामले पर कहा कि मीडिया ने सपना चौधरी की सदस्यता की खबर को तूल दिया है. उन्होंने कहा कि हमने अपने प्रेस विज्ञप्ति में सभी का नाम डाला था. ये मीडिया पर निर्भर करता है कि वे किस पर ज्यादा फोकस करना चाहते हैं.
तिवारी खेमे के नेताओं का मानना है कि जो लोग सपना चौधरी की सदस्यता की आलोचना कर रहे हैं, वो दरअसल इस बात से चिढ़ते हैं कि कैसे मनोज तिवारी सपना को पार्टी में लाने में कामयाब रहे हैं. जबकि कयास लगाए जा रहे थे कि सपना कांग्रेस में जाने वाली हैं.