CAA के खिलाफ बोलने पर परिणीति को खट्टर सरकार ने ब्रांड एम्बेसडर पद से हटाया
नागरिकता संशोधन विधेयक के खिलाफ बोलने पर हरियाणा सरकार ने अभिनेत्री परिणीति चोपड़ा को बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के ब्रांड एम्बेसडर पद से हटा दिया है.
परिणीति चोपड़ा ने नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ गुस्सा जाहिर करते हुए ट्विटर पर लिखा था, ‘जब-जब देश की जनता अपनी बात रखेगी या बोलेगी तो उसके साथ ऐसा ही होगा तो CAB तो भूल जाओ, हमें एक बिल पास करना चाहिए और देश को लोकतांत्रिक देश नहीं कहना चाहिए. अपनी बात रखने के लिए भोले भाले लोगों को पीटना बर्बरता है.’
परिणीति के अलावा बॉलीवुड की कई हस्तियों ने भी इस कानून के खिलाफ अपने विचार जाहिर किए हैं. इन हस्तियों में अजय देवगन, फरहान अख्तर, मानव कौल, आयुष्मान खुराना, स्वरा भाष्कर, सुशांत सिंह, आलिया भट्ट, वरुण धवन और राजुकुमार राव प्रमुख हैं. वहीं जाने माने फिल्म निर्देश महेश भट्ट ने भी इस कानून को संविधान के खिलाफ बताया है.
परिणाति चोपड़ा को अगर बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के ब्रांड एम्बेसडर पद से हटा दिया गया है, तो वहीं सुशांत सिंह को भी अपने कार्यक्रम सावधान इंडिया से हाथ धोना पड़ा है. सुशांत सिंह ने इसे सच बोलने की एक छोटी सी कीमत बताया है.
परिणीति को ब्रांड एम्बेसडर के पद से हटा दिए जाने के बाद कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने हरियाणा सरकार की आलोचना की है.
उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘खट्टर साहब हरियाणा की बेटियां पढ़ी लिखी भी हैं, समझदार भी और अपने विचार अभिव्यक्त करने का साहस भी है उनमें. उन्हें ब्रांड एम्बेसडर से हटाकर और बौखलाकर आप उनकी आवाज दबा नहीं सकते. कितनों की आवाज दबा पाएंगे और आखिर कब तक?’