खाद्यान्न भंडार और हंगर इंडेक्स का रिश्ता


 

हिंद किसान की बात में बात केंद्रीय पूल में भारी भरकम स्टॉक की. बफर मानकों के मुताबिक जून में 41 लाख टन खाद्यान्न केंद्रीय पूल में होना चाहिए लेकिन यह 90 लाख टन को पार कर गया है क्योंकि बेहतर फसल के चलते गेहूं और चावल की सरकारी खरीद अच्छी हुई है. इस पर भारतीय रिजर्व बैंक ने अपनी 2019-20 की सालाना रिपोर्ट में कहा कि देश अब ऐसे हालात में है जहां खाद्यान्न के भारी भंडार का मैनेजमेंट करना बड़ी चुनौती है. हालांकि एक सवाल यह भी है क्या वाकई यह स्टॉक अतिरिक्त है क्योंकि देश में गरीबों को भरपेट भोजन की उपलब्धता नहीं होने का सवाल भी उठता रहा है.


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