बीजेपी लगातार हो रही अमीर, विपक्षी दलों की घट रही संपत्ति


bjp gets richer and congress poorer

 

राजनीतिक चंदा हमेशा बहस का विषय रहा है, लेकिन इलेक्टोरल बॉन्ड की नीति लागू होने के बाद से इस पर बहस तेज हो गई है. टेलीग्राफ लिखता है कि एनसीपी और कांग्रेस दो मात्र ऐसी पार्टियां हैं जो 2016 की अपेक्षा 2017 में आर्थिक रूप से कमजोर हुई हैं.

समाचार पत्र लिखता है कि इस दौरान बीजेपी की संपत्ति में बहुत तेजी से इजाफा हुआ है. साल 2016-17 के दौरान बीजेपी की संपत्ति 22 फीसदी की दर से बढ़ी है.

पत्र एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म की रिपोर्ट के हवाले से लिखता है कि वित्त वर्ष 2016-17 के दौरान बीजेपी ने अपनी संपत्ति 1,213.13 करोड़ बताई थी. इसके बाद अगले वित्त वर्ष यानी 2017-18 के दौरान 1,483.35 करोड़ बताई गई.

इसी दौरान कांग्रेस की संपत्ति में कुल 15.26 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई. पहले वित्त वर्ष के दौरान कांग्रेस की संपत्ति 854.75 करोड़ थी, जबकि अगले वर्ष ये 724.35 करोड़ बताई गई.

दूसरी ओर एनसीपी की संपत्ति में 16.39 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई. इस दौरान एनसीपी की संपत्ति घटकर 9.54 करोड़ रह गई.

अगर राजनीतिक पार्टियों पर देयता की बात करें तो इसमें भी कांग्रेस सबसे ऊपर है. पार्टी के मुताबिक 2017-18 में उस पर 324.2 करोड़ का कर्ज था.

अगर इस कर्ज को इसकी मूल संपत्ति से घटा दें तो कांग्रेस पार्टी संपत्ति के मामले में बीएसपी से भी नीचे चली जाएगी. बीएसपी की कुल संपत्ति 714.97 करोड़ बताई गई है. वहीं सीपीएम की संपत्ति 479.58 करोड़ है.

संपत्ति के मामले में सीपीआई सबसे छोटी पार्टी है. रिपोर्ट के मुताबिक सीपीआई की संपत्ति सिर्फ 1.43 करोड़ रुपये है.

देयता के मामले में बीजेपी 21.38 करोड़ के साथ दूसरे नंबर पर है.


प्रसंगवश