मनरेगा के तहत मजदूरी करने वाले 18 से 30 साल के युवा कामगारों की संख्या जो कभी गिर गई थी अब उसमें फिर से बढ़ोत्तरी देखी जा रही है. नोटबंदी और जीएसटी लागू होने के बाद यह बदलाव देखने को मिला है.