भारत में फांसी की सज़ा


 

सात साल के इंतज़ार के बाद 22 जनवरी को निर्भया मामले के दोषियों को फांसी दी जाएगी. 1947 से भारत में 720 अपराधियों को फांसी की सजा सुनाई गई है. शुरुआती फांसी की सज़ाओं में गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे और नारायण आप्टे भी शामिल थे जिन्हें अंबाला सेंट्रल जेल में 15 नवम्बर 1949 को फांसी दी गयी थी.


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