मुद्रा योजना को मोदी सरकार अपनी उपलब्धि बताती रही है। लेकिन, आंकड़े की माने तो मुद्रा योजना जमीन पर नाकाम हो रही है। इस योजना के कारण बैंकों में एनपीए का खतरा भी बढ़ रहा है।