महंगाई ने तोड़ा पांच साल का रिकॉर्ड


 

आर्थिक मंदी से जूझ रही देश की जनता के लिए एक और बुरी खबर है। महंगाई ने पिछले साढ़े पांच साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। फल सब्जियों की कीमत में रिकॉर्ड इजाफा हुआ है। खाने पीने के सामान महंगे हो गए हैं। हालात ये है कि महंगाई दर आरबीआई के अनुमान से भी आगे निकल गई है। यानि रिजर्व बैंक भी महंगाई को लेकर सटीक अनुमान नहीं लगा पाई. सब्जियों के दाम चढ़ने से खुदरा मुद्रास्फीति की दर दिसंबर 2019 में जोरदार उछाल के साथ 7.35 प्रतिशत के स्तर पर पहुंच गई है, जबकि नवंबर में खुदरा महंगाई दर 5.54 फीसदी थी. दिसंबर 2019 में खाद्य महंगाई दर में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई है. नवंबर में खाद्य महंगाई दर 10.01 फीसदी थी, जो दिसंबर में बढ़कर 14.12 फीसदी हो गई. जुलाई 2016 के बाद दिसंबर 2019 पहला महीना है जब महंगाई दर रिजर्व बैंक की तय की गई अपर लिमिट को पार कर गई है. इसके अलावा पेट्रोल-डीजल के दामों में भी बढ़ोतरी से खुदरा महंगाई दर बढ़ी है.


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