राफेल घोटाला मामले में एक ई-मेल सामने आया है। इस ई-मेल से खुलासा हुआ है कि अनिल अंबानी राफेल समझौते के दस दिन पहले फ्रांस के रक्षा मंत्रालय के ऑफिस गए थे।