करोड़ों की लागत से मंडी बनाई गई कि किसानों को लाभ मिलेगा। लेकिन चार साल बीतने के बावजूद किसानों को इसका कोई लाभ नहीं मिल पाया है। हरिद्वार से देवेश सागर की रिपोर्ट।